महिला नियोजित शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री के आवास का किया घेराव, सक्षमता परीक्षा और ट्रांसफर का विरोध
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा का विरोध करने से मना किया था। राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए आयोजित होने वाले सक्षमता परीक्षा का विरोध करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश भी दिया था। उन्होंने कहा था कि सक्षमता परीक्षा का विरोध करने वाले शिक्षकों के खिलाफ न सिर्फ मुकदमा दर्ज होगा बल्कि उऩकी नौकरी भी जायेगी। इसके बावजूद नियोजित शिक्षक आज शिक्षा मंत्री विजय चौधरी के आवास पर पहुंच गये। जहां भारी संख्या में मौजूद नियोजित शिक्षकों ने इस फरमान का विरोध किया।
बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के आवास का नियोजित शिक्षकों ने घेराव कर दिया। सक्षमता परीक्षा और ट्रांसफर का विरोध जताते हुए नियोजित शिक्षक शिक्षा मंत्री से मिलने पहुंचे थे। शिक्षकों का कहना है कि सरकार सक्षमता परीक्षा ऑनलाइन लेगी और तीन बार परीक्षा फेल होने पर शिक्षकों को हटा दिया जाएगा। लगातार तीन बार सक्षमता परीक्षा फेल करने पर नौकरी चली जाएगी।
हमलोग 14 साल से काम कर रहे हैं अब ट्रांसफर किया जा रहा है। परिवार और बच्चों को छोड़कर दूसरी जगह जाना नहीं चाहती। शिक्षकों का कहना है कि उन्हें जलील किया जा रहा है। कभी ट्रांसफर की बात की जाती है तो कभी नौकरी से निकाल देने की बात की जा रही है। तीन परीक्षा लेकर सरकार क्या साबित करना चाहती है। यदि हम नहीं सफल हो पाते हैं तो भारी बेइज्जती होगी।
15 साल नौकरी करने के बाद अब परीक्षा देने की बात कही जा रही है। यह परीक्षा हमारे सम्मान पर सबसे बड़ा प्रहार है। साथ में ट्रांसफर के लिए तीन ऑप्शन मांगा जा रहा है। हम अपने परिवार को छोड़कर कहां जाएं। इस तरह का कदम उठाकर सरकार शिक्षकों को प्रताड़ित करने का काम कर रही है।