बिहार में 11 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी ओवैसी की पार्टी, लिस्ट में उजियारपुर और दरभंगा का भी नाम
बिहार में एआईएमआईएम ने 11 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर दिया है। एआईएमआईएम के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम ने बिहार की 11 सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करने का निर्णय लिया है। पार्टी ने जिन 11 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है, उसमें अररिया, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, दरभंगा, उजियारपुर, काराकाट, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया और बक्सर संसदीय सीट शामिल हैं।
एआईएमआईएम की दूसरी पार्टियों से भी हो रही है बातचीत
एआईएमआईएम ने बताया कि अभी दूसरे दलों से भी सीटों पर तालमेल को लेकर उनकी बातचीत चल रही हैं। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कि यह आरोप सही नहीं है कि पार्टी सिर्फ कांग्रेस के खिलाफ उम्मीदवार उतारती है। उन्होंने कहा कि बिहार में एआईएमआईएम की ओर से बीजेपी, जेडीयू और कांग्रेस के खिलाफ कैंडिडेट दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरजेडी के खिलाफ भी चुनाव लड़ेंगे, लेकिन तो लोकसभा चुनाव में आरजेडी के एक भी सांसद बिहार से नहीं हैं।
दलित-मुस्लिम वोटरों का शोषण हुआ, हिस्सेदारी नहीं मिली
अख्तरुल ईमान ने कहा कि दलित-मुस्लिमों का साथ सिर्फ वोट के लिए बिहार की पार्टियों ने लिया है और उनका शोषण किया है। लेकिन इस वर्ग को समाज में उनका हक-अधिकार और उनकी हिस्सेदारी कभी नहीं मिली।
एआईएमआईएम के फैसले से एनडीए को फायदा संभव
एआईएमआईएम की ओर से मुस्लिम बहुल सीमांचल इलाके की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। राजनीतिक विश्लेषक एआईएमआईएम के इस फैसले से कांग्रेस-आरजेडी उम्मीदवारों को नुकसान और एनडीए को फायदा मिलने की मिलने की संभावना जता रहे हैं। हालांकि अभी आरजेडी-कांग्रेस और एनडीए में शामिल घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है, लेकिन ओवैसी की पार्टी के इस फैसले से कांग्रेस-आरजेडी के वोटरों में बिखराव से एनडीए को फायदा मिलने की उम्मीद है।