पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने किया लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन, गया से उतरे मैदान में, जीत को लेकर बड़ा दावा
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले फेज में बिहार की 4 संसदीय सीटों पर भी मतदान होना है. गया लोकसभा सीट पर भी पहले ही चरण में मतदान होगा. पहले फेज के लिए गुरुवार को अंतिम दिन कई उम्मीदवारों के नामांकन किया. इनमें एनडीए के उम्मीदवार पूर्व सीएम जीतनराम मांझी भी शामिल हैं. जीतनराम मांझी ने गुरुवार को गया समाहरणालय में अपना नॉमिनेशन किया. इस दौरान डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी व भाजपा के MLC मंगल पांडे भी मौजूद रहे.
जीतनराम मांझी ने बताया, सांसद बनना मेरा सपना..
नामांकन के पहले मीडिया से बातचीत में जीतनराम मांझी ने कहा कि पीएम मोदी हमारी चिंता करते रहते हैं. अगर उनके गठबंधन में हम रहें या ना रहें उन्होंने हमें कई मौके पर प्रतिष्ठा दी. जीतनराम मांझी ने कहा कि मैंने एक सपना देखा था कि विधायक बनूं और यह भी सपना देखा था कि सांसद बनूं, आगे क्या होगा हमें इसकी चिंता नहीं है. उन्होंने कहा कि हम कर्म पर विश्वास रखते हैं.
44 साल के राजनीतिक सफर पर बोले मांझी..
जीतन राम मांझी ने कहा कि सब एक उम्मीद लेकर चुनाव लड़ता है. मेरी राजनीति का 44 साल बीत चुका है. बचे हुए समय को जनता की सेवा में लगाने के लिए आज हम नामांकन कर रहे हैं. जीतनराम मांझी ने कहा कि हम लड़ाई को आसान और कठिन नहीं मानते हैं. लड़ाई को लड़ाई मानकर लड़ते हैं. जनता का हमें आशीर्वाद मिलेगा.
तीन बार गया से चुनाव हार चुके हैं जीतनराम मांझी..
बताते चलें कि जीतन राम मांझी ने 33 साल पहले पहली बार गया सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा है. तब कांग्रेस की टिकट पर वो मैदान में उतरे थे. लेकिन उन्हें जीत नहीं मिल सकी. लंबे अंतराल के बाद फिर एकबार 2014 के चुनाव में मांझी ने अपनी किस्मत आजमायी. जदयू की टिकट पर वो दूसरी बार उम्मीदवार बनकर इस सीट पर उतरे. लेकिन दूसरी बार भी जीतनराम मांझी चुनाव हार गए. फिर 2019 में महागठबंधन के प्रत्याशी बनकर जीतनराम मांझी गया सीट से चुनाव लड़े. तब जदयू के विजय मांझी ने उन्हें बड़े अंतराल से हराया था. इसबार जीतनराम मांझी एनडीए उम्मीदवार के तौर पर हम पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं. राजद के उम्मीदवार कुमार सर्वजीत से उनकी सीधी टक्कर होगी.