कांग्रेस में जाकर फेल हो गए पप्पू यादव? बीमा भारती के इस्तीफे ने बदली लालू की ‘पूर्णिया रणनीति’, इनसाइड स्टोरी
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तो क्या कांग्रेस में जाकर पप्पू यादव फेल हो गए? अभी तीन दिन पहले अपनी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कराया था। पप्पू यादव की सिर्फ और सिर्फ एक ही डिमांड थी कि उन्हें पूर्णिया लोकसभा से महागठबंधन उम्मीदवार बनाया जाए। इससे पहले भी वो यहां से सांसद रह चुके हैं। पिछले तीन-चार महीनों से इस इलाके में पसीना भी बहा रहे थे। मगर, लालू यादव ने पूर्णिया सीट को जेडीयू विधायक बीमा भारती को टिकट देने का फैसला लिया है। लिहाजा, बीमा ने जेडीयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और दूसरी ओर तेजस्वी यादव के पास जाकर आरजेडी की सदस्यता ले ली। माना जा रहा है कि इससे पप्पू यादव का भविष्य अधर में लटक गया है।
दांव पर पप्पू यादव का सियासी भविष्य
लालू यादव ने कांग्रेस के लिए पूर्णिया सीट छोड़ने से साफ इंकार कर दिया है। कहा तो ये भी जा रहा है कि उन्होंने यहां से जेडीयू विधायक बीमा भारती को उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया है। बीमा भारती ने शनिवार देर रात जेडीयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा भी दे दिया और आरजेडी की सदस्यता ले लीं।अब वो लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटने वाली हैं। कांग्रेस ने बिहार में अब तक सीट शेयरिंग पर कोई फैसला नहीं लिया है। इधर, महागठबंधन में शामिल लेफ्ट और आरजेडी अपने-अपने दावे के मुताबिक सिंबल बांटना शुरू कर दिया है। कांग्रेस की ओर से सीनियर लीडर बोलने तक तैयार नहीं हैं। ऐसे में पप्पू यादव का सियासी भविष्य दांव पर लग गया है।
पूर्णिया से आरजेडी उम्मीदवार होंगी बीमा भारती!
कहा जा रहा है कि पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र से बीमा भारती आरजेडी की उम्मीदवार बनने जा रही हैं। लालू प्रसाद यादव ने उन्हें हरी झंडी दे दी है। बीमा भारती की पूर्णिया सीट पर दावेदारी से पप्पू यादव का सपना टूट सकता है। पप्पू यादव ने अपनी पार्टी जन अधिकार पार्टी का विलय कांग्रेस में इसी शर्त पर कराया था कि वो पूर्णिया से चुनाव लड़ेंगे। पूर्णिया के रूपौली से जेडीयू विधायक बीमा भारती ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी जनता दल यूनाइटेड, मैं बीमा भारती दल के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं, कृपया इसे स्वीकृत किया जाए। बताया जा रहा है कि बीमा भारती रविवार को बिहार विधानसभा से इस्तीफा देने वाली हैं। फिर वो आधिकारिक तौर पर पूर्णिया से आरजेडी उम्मीदवार होंगी।
पप्पू यादव के लिए मधेपुरा या सुपौल भी छोड़ने को तैयार नहीं लालू
वैसे, बताया जा रहा है कि पप्पू यादव मधेपुरा या सुपौल से भी चुनाव लड़ने को तैयार हैं। मधेपुरा से तो पप्पू यादव सासंद भी रह चुके हैं। सुपौल से पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन सांसद रह चुकी हैं। मगर, दिक्कत ये है कि आरजेडी ने कांग्रेस मैसेज दे दिया है कि वो मधेपुरा और सुपौल सीट भी नहीं छोड़ेगी। कहा जा रहा है कि लालू और तेजस्वी यादव से पप्पू यादव की मुलाकात 19 मार्च को हुई थी। लालू यादव ने सलाह दिया था कि वो अपनी पार्टी का विलय आरजेडी में करा दें। मगर, अगले दिन यानी 20 मार्च को पप्पू यादव ने अपनी पार्टी विलय कांग्रेस में करा दिया। इससे लालू यादव नाराज बताए जा रहे हैं।