‘क्यों हुआ शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक?’, तेजस्वी का आरोप- ‘युवाओं को लटका-अटका और भटका रही है NDA सरकार’
बिहार लोक सेवा आयोग की शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की बात सामने आते ही राजनीति शुरू हो गई है. पूर्व डिप्टी सीएम और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने इसे राज्य सरकार की नाकामी बताते हुए कहा कि यह सरकार शिक्षक बहाली को लटकाना, अटकाना और भटकाना चाहती है.
तेजस्वी का नीतीश सरकार पर निशाना:
तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, बिहार में तीसरे चरण की BPSC शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक के कारण 4 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को परेशानी हुई है. आखिर ऐसा क्यों हुआ? हमने 𝟏𝟕 महीनों में 𝟒 लाख से अधिक नौकरियां दी, कभी भी किसी नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक नहीं हुआ.’
‘बहाली लटकाना चाहती है सरकार’:
नेता प्रतिपक्ष ने अपने एक्स अकाउंट पर आगे लिखा, ‘ हमने केवल 𝟕𝟎 दिनों में दो चरण में 𝟐 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की. शिक्षक भर्ती परीक्षा के दोनों चरणों में 𝟏𝟕 लाख से अधिक अभ्यर्थी होने के बावजूद भी कभी किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिली. सब नियुक्ति निष्पक्ष, पारदर्शी और सहज प्रक्रिया से हुई. अब ऐसी कौन सी ताकत और तत्व बिहार सरकार में है जिसके कारण तीसरे चरण की नियुक्ति के लाखों परिक्षार्थियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है? सनद रहे, तीसरे चरण में भी 𝟏 लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति का नीतिगत निर्णय हमारे कार्यकाल में हमने कराया था? अब ये NDA सरकार इसे लटका, अटका और भटका क्यों रही है?’
बिहार में तीसरे चरण की BPSC शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक के कारण 4 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को परेशानी हुई है। आखिर ऐसा क्यों हुआ?
हमने 𝟏𝟕 महीनों में 𝟒 लाख से अधिक नौकरियां दी, कभी भी किसी नियुक्ति परीक्षा में पेपर लीक नहीं हुआ।
हमने केवल 𝟕𝟎 दिनों में दो चरण में 𝟐…
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) March 16, 2024
क्या है मामला?:
दरअसल, बीपीएससी की ओर से 15 मार्च को शिक्षक बहाली प्रक्रिया के तहत तीसरे चरण के लिए परीक्षा का आयोजन किया गया था लेकिन परीक्षा से ठीक पहले झारखंड के हजारीबाग में 5 बैंक्वेट हॉल में करीब 300 अभ्यर्थियों को आंसर सीट उपलब्ध करा दिया गया. प्रोजेक्टर पर उन्हें सवालों के जवाब बताए गए.
मास्टर माइंड समेत कई गिरफ्तार:
हालांकि बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई यानी ईओयू की टीम ने परीक्षा से पहले कार्रवाई करते हुए मास्टरमाइंड समेत 5 शातिरों को गिरफ्तार कर लिया. इनमें दो लोगों को हजारीबाद से, जबकि गया, नवादा और जहानाबाद के रहने वाले एक-एक शख्स को भी पकड़ा गया है.