राज्यपाल से आर-पार के मूड में केके पाठक: लेटर लिखकर पूछा- किस अधिकार से VCs को बैठक में शामिल होने से रोका
बिहार में विश्वविद्यालयों के मुद्दे पर राजभवन और शिक्षा विभाग की तनातनी जगजाहिर है। अब शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के खिलाफ आरपार के मूड में आ गए हैं। पाठक ने शुक्रवार को राजभवन को एक पत्र लिख दिया।
पत्र में उन्होंने राज्यपाल द्वारा विभाग के कामों में हस्तक्षेप करने पर आपत्ति दर्ज कराई। साथ ही कहा कि आगे से वे उनके मामलों में हस्तक्षेप न करें। इस पत्र के बाद राजभवन और शिक्षा विभाग के बीच टकराव और तेज हो गया है। इससे पहले राज्यपाल ने विभाग पर यूनिवर्सिटी के कार्यों में बाधा डालने के आरोप लगाए थे।
केके पाठक ने शुक्रवार को यह पत्र राजभवन के प्रधान सचिव को लिखा। इससे पहले राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर की अध्यक्षता में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की 9 अप्रैल को बैठक बुलाई गई थी। उसमें केके पाठक को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन वे इसमें शामिल नहीं हुए। बैठक में विभिन्न यूनिवर्सिटी के वीसी ने केके पाठक की शिकायत की। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा यूनिवर्सिटी के खातों पर रोक लगाने से शैक्षणिक सत्र बाधित हो रहे हैं। बता दें कि राज्यपाल राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति हैं।
बता दें कि राजभवन और शिक्षा विभाग में लंबे समय से टकराव चल रहा है। शिक्षा विभाग ने पहले कई बार विश्वविद्यालयों में परीक्षाओं के मुद्दों पर बैठकें आयोजित कीं। मगर एक बार भी वीसी एवं अन्य पदाधिकारी इन बैठकों में शामिल नहीं हुए। शुरुआत में राज्यपाल ने भी कुलपतियों को केके पाठक की बैठक में जाने की अनुमति नहीं दी थी। इसके बाद विभाग ने कार्रवाई करते हुए वीसी की सैलरी रोकी और यूनिवर्सिटी के खाते भी होल्ड पर डाल दिए थे।