पिता रामविलास को याद कर भावुक हुए चिराग पासवान, हाजीपुर में नामांकन से पहले की पूजा-अर्चना
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बिहार की हाजीपुर लोकसभा सीट से पहली बार नामांकन करने जा रहे लोजपा रामविलास के मुखिया चिराग पासवान अपने दिवंगत पिता रामविलास को याद कर भावुक हो गए। हाजीपुर रामविलास पासवान का गढ़ रहा। वे यहां से 9 बार सांसद रहे। चिराग पासवान ने कहा कि पहली बार वह अपने पिता के बिना नामांकन करने जा रहे हैं। नॉमिनेशन के लिए जाने से पहले चिराग पासवान ने पटना में पूजा-अर्चना की। इसके बाद रामविलास की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
चिराग पासवान ने अपने आवास पर बुधवार सुबह मीडिया से बातचीत में कहा कि 2014 हो या 2019 का चुनाव, उनके पिता हमेशा नामांकन के दौरान साथ रहे। मगर यह पहला चुनाव है जब उनके पिता साथ नहीं हैं। चिराग ने कहा कि वह हाजीपुर की जनता से आशीर्वाद लेने जा रहे हैं। उन्हें पूरा भरोसा है कि जिस तरह यहां के लोगों ने मेरे पिता को प्यार और सम्मान दिया, मुझे भी उतना ही स्नेह मिलेगा।
चिराग पासवान ने हाजीपुर में नामांकन के लिए निकलने से पहले सुबह पटना के खगोल में मंदिर पहुंचे और भगवान के दर्शन किए। इसके साथ ही उन्होंने अपने आवास पर भी पूजा अर्चना कर ईश्वर का आशीर्वाद लिया।
चिराग पासवान की हाजीपुर के संस्कृति कॉलेज मैदान में नामांकन रैली आयोजित है। इसमें डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, पूर्व सीएम जीतनराम मांझी समेत एनडीए के कई नेता के शामिल होंगे। हालांकि, चिराग के चाचा पशुपति पारस इस कार्यक्रम में नहीं आएंगे। उनकी पार्टी ने कहा कि लोजपा रामविलास की ओर से पारस को कोई न्योता नहीं दिया गया है। बता दें कि पशुपति पारस हाजीपुर से मौजूदा सांसद हैं और इस सीट से चुनाव लड़ने को लेकर चाचा और भतीजा में काफी खींचतान हुई थी।