नीट पेपर लीक की आंच पहुंची भाजपा तक! राजद ने जारी की मुख्य आरोपी के साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की तस्वीर, तेजस्वी का बड़ा हमला
NEET पेपर लीक को एक तरफ छात्र देशभर में प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं बिहार में नीट पेपर लीक के मामले में सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के बीच घमासान तेज हो गया है. कल 20 जून को बिहार के डिप्टी सीएम ने प्रेस कांफ्रेंस के जरिये तमाम कागजात दिखाते हुए मुख्य आरोपी सिकंदर यादवेंदु और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के पीएस प्रीतम कुमार के बीच संबंध होने का दावा किया था. उनका कहना था कि प्रीतम ने ही एनएच का गेस्ट हाउस बुक कराया था. उन्होंने सिकंदर को पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव का भी करीबी बताया था. इसके अगले दिन ही सोशल मीडिया पर आरजेडी ने एक फोटो साझा किया, जिसमें दावा किया जा रहा है कि ये बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और आरोपी अमित आनंद की फोटो है.
बता दें कि नीट पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड सिकंदर यादवेंदु ने कुबूल किया था कि उसकी मुलाकात पेपर ट्रांसपोर्ट कराने वाले अमित आनंद से हुई थी. पुलिस की जांच में भी सामने आया था कि नीट पेपर लीक मामले से सिकंदर का कनेक्शन है. यह भी सामने आ चुका है कि अमित आनंद ही नीट पेपर का सॉल्वर है, जिसने परीक्षा से एक दिन पहले अभ्यर्थियों को उत्तर रटवाए थे. आरोपी अमित आनंद खुद पटना में एक एजुकेशनल कंसल्टेंसी चलाता था. इसी बीच अब बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की पेपर लीक के आरोपी (अमित आनंद) के साथ कथित पुरानी तस्वीर वायरल हो रही है. हालांकि, इन तस्वीरों को सम्राट चौधरी ने अपने ट्विटर अकाउंट से डिलीट कर दिया है.
मंत्री के साथ वायरल हो रही पेपर लीक मास्टरमाइंड की फोटो
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने सम्राट चौधरी और अमित आनंद की पुरानी कथित तस्वीरों को पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘आरोपी के हाथों सम्मानित होने वाले तथाकथित ताकतवर मंत्री ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से उसके साथ अपनी सारी तस्वीरें डिलीट कर दी लेकिन चिंता की कोई बात नहीं हमारे पास सभी है. आपके व्याकुल समकक्ष दूसरे उपमुख्यमंत्री को यह भेज दिजीए’.
नीट परीक्षा पेपर लीक घोटाले का मुख्य आरोपी बिहार के उपमुख्यमंत्री के साथ।
आरोपी के हाथों सम्मानित होने वाले तथाकथित ताकतवर मंत्री ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से उसके साथ अपनी सारी तस्वीरें डिलीट कर दी लेकिन चिंता की कोई बात नहीं हमारे पास सभी है। आपके व्याकुल समकक्ष दूसरे… pic.twitter.com/R6brf91Br3
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) June 21, 2024
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने यह कहा
नीट परीक्षा पर कार्रवाई चल रही है. जो लोग इसमें शामिल है उनपर कार्रवाई होगी. राजनीतिक तौर पर कोई भी किसी से मिल सकता है, लेकिन मेरा कोई व्यक्तिगत संबंध नहीं है किसी से. जिसने भी गलत किया होगा कार्रवाई होगी.
कौन है ‘पेपर लीक का मास्टरमाइंड’?
पुलिस ने नीट पेपर लीक मामले में सबसे पहले सिकंदर नाम के शख्स को पकड़ा था. उसके बारे में बिहार पुलिस को इनपुट मिला था. आरोपियों ने कई सेंटरों और सेफ हाउस में पेपर सॉल्वर बिठाए थे. इनके पास पहले से ही प्रश्नपत्र मौजूद थे. नगर विकास विभाग में जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु को अखिलेश और बिट्टू के साथ शास्त्रीनगर पुलिस ने बेली रोड पर राजवंशी नगर मोड़ पर नियमित जांच के दौरान गिरफ्तार किया था. अब तक की जांच में पता चला है कि जूनियर इंजीनियर सिकंदर ने पेपर लीक की पूरी साजिश रची थी. इनके पास से कई नीट प्रवेश पत्र मिले थे. यादवेंदु द्वारा बताए गए इनपुट के आधार पर छापेमारी के बाद आयुष, अमित आनंद और नितिश को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद पेपर लीक को लेकर बिहार के नालंदा के संजीव सिंह को भी गिरफ्तार किया गया.
ट्रांसपोर्टेशन के दौरान लीक हुआ पेपर
बिहार पुलिस की जांच में सामने आया कि प्रश्न पत्र विभिन्न राज्यों में एनटीए के नोडल स्थानों में प्रिंटिंग फर्म से एकत्र किए गए थे, जहां से उन्हें स्थानीय बैंकों को भेजा गया. इसके बाद परीक्षाओं से पहले केंद्रों पर भेजा गया. मिली जानकारी के अनुसार, नीट यूजी के प्रश्न पत्रों की आवाजाही में शामिल एजेंसियों के कर्मचारियों ने ट्रांसपोर्टेशन के दौरान पेपर लीक किया है. आरोपी अमित आनंद ने ट्रांसपोर्टेशन के दौरान नीट का पेपर हासिल किया और आरोपी सिकंदर के साथ मिलकर इस पूरे घोटाले को अंजाम दिया.