NEET-UG पेपर लीक मामले की जांच CBI को सौंपी गई, शिक्षा मंत्रालय ने लिया बड़ा फैसला
शिक्षा मंत्रालय ने नीट (यूजी) परीक्षा 2024 में कथित अनियमितताओं का मामला आज देर रात व्यापक जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया है. एक बयान में मंत्रालय ने कहा कि परीक्षा प्रक्रिया के संचालन पर पारदर्शिता के लिए शिक्षा मंत्रालय ने समीक्षा के बाद मामले को व्यापक जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने का फैसला किया है.
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने 5 मई, 2024 को पेन और पेपर मोड में NEET (UG) आयोजित किया और परिणाम 4 जून को घोषित किया गया. यह घटनाक्रम प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं को लेकर कई फैसलों के बीच हुआ है. जिसमें राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के महानिदेशक सुबोध सिंह को हटाना और परीक्षा सुधारों के लिए पूर्व ISRO प्रमुख के राधाकृष्णन की अध्यक्षता में सात सदस्यीय पैनल का गठन करना शामिल है.
NEET मुद्दे पर देश भर में विरोध प्रदर्शन हुए हैं. केंद्र इसके बाद सरकार ने सार्वजनिक परीक्षाओं में अनुचित साधनों को रोकने और उससे जुड़े या उसके आकस्मिक मामलों के लिए प्रावधान करने के लिए सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 भी लागू किया है. शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सरकार परीक्षाओं की शुचिता सुनिश्चित करने और छात्रों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि अनियमितताओं में संलिप्त पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति या संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
नीट-यूजी परीक्षा पांच मई को 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और इसमें करीब 24 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे. परीक्षा परिणाम 14 जून को घोषित होने थे, लेकिन चार जून को घोषित कर दिए गए थे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं की विश्वसनीयता पर हाल ही में लगे आरोपों के मद्देनजर ‘एहतियाती उपाय’ के तौर पर एक रात पहले नीट-पीजी प्रवेश परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की. यह कदम संयुक्त वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद और यूजीसी-नेट के जून संस्करण को स्थगित किए जाने के एक दिन बाद उठाया गया है. संयुक्त सीएसआईआर-यूजीसी-नेट परीक्षा जूनियर रिसर्च फेलोशिप और सहायक प्रोफेसर पद के लिए पात्रता निर्धारित करने तथा विज्ञान पाठ्यक्रमों में पीएचडी के लिए आयोजित की जाती है.