बिहार: पुलिसकर्मी भी नहीं बचे पकड़ौआ विवाह से, नवगछिया थाने में आज करना था योगदान, इससे पहले हो गया कांड
बिहार के भागलपुर के नवगछिया में एक होमगार्ड जवान सुमित कुमार का कथित रूप से अपहरण कर शादी करवा दी गई. सुमित के भाई वीरेंद्र कुमार के बयान पर नवगछिया थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई. पुलिस ने मामले की त्वरित कार्रवाई करते हुए सुमित कुमार को कदवा रोड से बरामद कर लिया. पीड़ित होमगार्ड जवान को नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया, जहां उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान पाए गए. सुमित कुमार को आज 10 जून को नवगछिया थाना में योगदान देना था.
“सुमित कुमार का पकड़ौआ विवाह के लिए अपहरण हुआ था. प्राथमिकी दर्ज कर धोबिनिया के रोहित कुमार यादव, भीली कुमार, अश्विनी कुमार और एक अज्ञात को आरोपित बनाया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.”– रविशंकर सिंह, नवगछिया थानाध्यक्ष
क्या है घटनाक्रमः
यह घटना नवादा के पास हुई. सुमित कुमार अपने चचेरे भाई प्रभाष कुमार के साथ मामा गौतम यादव के यहां बकाया पैसे लेने गया था. मामा के घर से बकाया एक लाख रुपये, दो मुर्गा और एक केला लेकर लौट रहा था. नवादा में मुर्गा बनाने के लिए मसाला खरीदने लगा. उसी समय धोबिनिया के एक दबंग व्यक्ति ने सुमित को जबरन स्कॉर्पियो में बैठा लिया और लेकर चला गया. पूर्णिया जिला के किसी मंदिर में अपनी बेटी से जबरन शादी करवा दी.
क्या है पकड़ौआ विवाहः
पकड़ौआ विवाह बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में एक कुप्रथा है. जहां लड़की के परिवार वाले लड़के का अपहरण कर जबरन शादी करवा देते हैं. इस कुप्रथा के पीछे प्रमुख कारण दहेज की समस्या और लड़की के परिवार की आर्थिक स्थिति होती है. ऐसी घटनाएं अक्सर गांवों और छोटे कस्बों में होती हैं, जहां कानून का डर कम और सामाजिक दबाव अधिक होता है. पकड़ौआ विवाह जैसी कुप्रथा को जड़ से मिटाने के लिए समाज में जागरूकता और शिक्षा की आवश्यकता है.