बिहार में पुल गिरने के पीछे राजनीतिक साजिश, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी बोले- सरकार को बदनाम करने का रचा जा रहा षड्यंत्र
बिहार में बीते 12 दिनों में पांच पुलों के गिरने के बाद वहां राजनीति तेज हो गई है. एक तरह जहां नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने इसको लेकर डबल इंजन सरकार (केंद्र और राज्य में गठबंधन) पर हमला बोला है वहीं दूसरी तरफ एनडीए नेता और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने राज्य सरकार का बचाव किया है और इसे साजिश बताया है.
पुल गिरने का ताजा मामला मधुबनी का है जहां 75 मीटर लंबे पुल का गार्डर टूट गया जिससे पुल जमींदोज हो गया. इसको लेकर तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार पर तंज कसते हुए कहा, बधाई हो! बिहार में डबल इंजन सरकार की डबल ताकत से महज 9 दिन में केवल और केवल मात्र 5 पुल ही गिरे है.
तेजस्वी ने कसा नीतीश सरकार पर तंज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रहनुमाई और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में 6 दलों वाली डबल इंजनधारी एनडीए सरकार ने बिहारवासियों को 9 दिन में 5 पुल गिरने पर मंगलराज की कल्याणमय उज्जवल शुभकामनाएं हैं. पुलों के गिरने से जनता के स्वाहा हो रहे हजारों करोड़ों रुपये को स्वघोषित ईमानदार लोग ‘भ्रष्टाचार’ ना कह कर ‘शिष्टाचार’ कह रहे हैं.
इस पर डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने पलटवार करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को पता होना चाहिए किस कारण क्या हो रहा है, जो पुराने पुल है उनकी जांच हो रही है, नजर रखे हुए है इन चीजों पर.
मांझी ने किया बचाव, बताया साजिश
वहीं इस पर जीतन राम मांझी ने सरकार का बचाव करते हुए कहा, ठेकेदार की गलती से ऐसी घटनाएं हो रही हैं, घटिया किस्म का उसमें मेटेरियल दिया होगा, पुल का गिर जाना अलग बात है, उस पर बिहार सरकार त्वरित कार्रवाई कर रही है, उन्होंने कहा, आखिर ऐसा क्यों हो रहा है की बिहार में बार–बार पुल टूट रहा है? पहले पुल नहीं टूट रहा था, 1 महीना पहले ऐसा नहीं हो रहा था, अब ऐसा क्यों हो रहा है ? हमे लगता है कि इसमें कहीं न कहीं साजिश भी है.
निर्माण की गुणवत्ता की जांच होनी चाहिए: चिराग
वहीं एनडीए के एक और सहयोगी और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, मैं उम्मीद करता हूं कि मुख्यमंत्री इसकी मॉनीटरिंग कर रहे हैं, जो भी दोषी होंगे, जिसने भी लापरवाही की है, जहां पर भी भ्रष्टाचार हुआ है कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा, भविष्य में जितने भी नए निर्माण होंगे उसके लिए सुनिश्चित किया जाएगा कि गुणवत्ता की कोई समस्या ना हो.
वहीं आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अब तक इस सरकार के जाने के बाद ही पुल गिरने का सिलसिला रुकेगा. हमें सरकार से इसलिए बाहर कर दिया गया क्योंकि हम व्याप्त भ्रष्टाचार के बारे में पूछताछ कर रहे थे.’