विराट रामायण मंदिर के पहले चरण का काम पूरा, बिहार में बन रहा है अयोध्या से तीन गुना बड़ा टेंपल
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बिहार के मोतिहारी में बन रहे विराट रामायण मंदिर के पहले चरण का काम पूरा हो गया है और दूसरे चरण का काम शुरू हो गया है। महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने संभावना जताई है कि दो साल में मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। ट्रस्ट मोतिहारी के कैथवलिया गांव में अयोध्या राम मंदिर से तीन गुना बड़ा मंदिर बना रहा है। मान्यता है कि जनकपुर से लौटने के क्रम में भगवान राम की बारात यहां रुकी थी। ट्रस्ट मंदिर का निर्माण पटना महावीर मंदिर को मिलने वाले दान जैसे अपने संसाधन से करवा रहा है। गांव के हिन्दू और मुसलमान ने मिलकर मंदिर के लिए जमीन दान दी है। ट्रस्ट ने अब तक इसके लिए कोई चंदा नहीं लिया है।
आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि 20 जून 2023 को पहले चरण का काम शुरू हुआ था जो दस महीने के अंदर पूरा हो गया है। इस दौरान 100 फीट की गहराई तक जाकर 3200 भूमिगत पिलर बनाए गए हैं। दूसरे चरण का भी काम शुरू हो गया है जिसके तहत प्लिंथ के स्तर पर 26 फीट की ऊंचाई तक का काम होगा। उन्होंने कहा कि बन जाने पर यह 1080 फीट लंबा, 540 फीट चौड़ा और 270 फीट ऊंचा होगा। अयोध्या के राम मंदिर की लंबाई 360 फीट, चौड़ाई 235 फीट और ऊंचाई 161 फीट है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंदिर के मॉडल को नवंबर 2013 में ही सामने रखा था। उस कार्यक्रम में द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती भी शामिल हुए थे। हालांकि मंदिर की डिजाइन और कंबोडिया सरकार की आपत्तियों के बाद इसे बनाने के काम में देरी हुई लेकिन अब काम तेजी से चल रहा है।
विराट रामायण मंदिर परिसर में 22 मंदिर बनेंगे जिसमें पहले शिव मंदिर का काम पूरा होगा। शिव मंदिर में सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित होगा जो 33 फीट ऊंचा, 33 फीट वृतीय और 210 मीट्रिक टन वजन का होगा। इस समय तमिलनाडु के तंजौर राजराजेश्वर मन्दिर में सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित है जिसे चोल वंश के राजा ने बनवाया था। किशोर कुणाल ने बताया कि महाबलीपुर में शिवलिंग तराशने का काम शुरू हो चुका है। इस शिवलिंग को वहां से मोतिहारी लाना एक परीक्षा साबित होगी लेकिन वो हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसको लाने की सभी बाधाओं को दूर कर लिया जाएगा।
किशोर कुणाल ने कहा कि प्लिंथ के बाद तीन फ्लोर बनेगा और हर तल 18 फीट ऊंचा होगा। मंदिर परिसर में रामायण और भागवद गीता में वर्णित सभी प्रमुख देवी-देवताओं के कुल 22 मंदिर होंगे। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण के काम पर 185 करोड़ रुपए खर्च होंगे। तीसरे चरण में शिखर बनेगा और पूरे मंदिर को अंतिम रूप दिया जाएगा। विराट रामायण मंदिर में कुल 12 शिखर होंगे जिसमें मुख्य शिखर 270 फीट ऊंचा होगा।