का’तिल जान-पहचान वाले, पैसों के लेनदेन में हुआ म’र्डर, मुकेश सहनी के पिता पर साले का खुलासा
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वीआईपी चीफ मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या को लेकर उनके साले शंभू सहनी ने बड़ा खुलासा किया है। और कहा कि उनके बहनोई की हत्या पैसों के लेनदेन में हुई है। और कातिल जान-पहचाने वाले हैं। शंभू सहनी ने ये बयान एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान दिया। उन्होने कहा गांव के ही लड़कों ने उनके जीजा की हत्या की है।
शंभू सहनी ने बातचीत में बताया कि जब हम गांव में थे, तो हमें सूचना मिली कि जीतन सहनी की हत्या हो गई है। जब मैं जहां पहुंचा तो पता चला कि वो रात में सोए हुए थे, और जो लोग उनके साथ खाते-पीते थे, वहीं लोग घर में घुसे थे। शंभू ने बताया कि गांव के लोगों से पैसों का लेन-देन भी चलता था। वो लड़कियों की शादी-ब्याह में मदद ही करते थे। उनकी हत्या गांव के ही 4-5 लड़के ही किए हैं। बक्से में पैसे थे, लेनदेन के कागज थे। वहीं लड़के लोग देख और इन्हें मार दिए। निर्मम हत्या कर दिए।
शंभू सहनी ने कहा कि कातिल जान-पहचान वाले ही है। पर्व का समय चल रहा है, इसी दौरान घर में घुसे होंगे। शादी समारोह में वो पैसे भी देते थे। लोगों की मदद करते थे। लेनदेन के कागज भी फटे मिले है। पहचान वाले ही उनकी हत्या किए हैं। आपको बात दें जीतन सहनी हत्याकांड में अब तक 2 संदिग्धों को पुलिस ने उठाया है।
सोमवार की रात दरभंगा के घनश्यामपुर थाने के जिरात गांव में निर्माणधीन घर में मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की चाकू गोदकर हत्या कर दी गई थी। अपराधियों ने उनके ही घर में इस वारदात को अंजाम दिया है। उनकी पत्नी का निधन पूर्व में ही हो चुका है। उनके दोनों बेटे पूर्व मंत्री मुकेश सहनी और संतोष सहनी मुंबई में रहते हैं।
इधर, घटनास्थल से थोड़ी ही दूरी पर एक बक्सा फेंका हुआ मिला है। बताया जा रहा है कि जीतन सहनी ने उस बक्से में कुछ पैसे रखे थे। चोरों ने पैसे निकालने के बाद उस बक्से को घर के बाहर फेंक दिया। बक्से में कितने पैसे रखे थे, इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है।
एफएसएल की टीम ने विभिन्न जगहों से फिंगर प्रिंट व खून के धब्बे समेत अन्य साक्ष्य इकट्ठे किये हैं। सिटी एसपी शुभम आर्या ने कहा कि आपसी दुश्मनी के बिंदु पर भी पुलिस जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस इस घटना की गंभीरता से जांच कर रही है। जल्द ही घटना का खुलासा कर लिया जाएगा।