पत्थर मारने पर भी कुछ नहीं होगा, बिहार पुलिस को मिल गया सुरक्षा कवच; क्या है खासियत
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बिहार पुलिस को उपद्रव और पत्थरबाजी से निपटने के लिए एडवांस फुल बॉडी प्रोटेक्टर से लैस कर दिया गया है। इस सुरक्षा कवच को पहनने के बाद पुलिसकर्मी 360 डिग्री से होने वाली पत्थरबाजी में सुरक्षित रहेंगे। इसमें छाती के लिए प्रोटेक्टर, कंधे के पैड, ऊपरी भुजा गार्ड, कोहनी गार्ड, ग्रोइन और शिन गार्ड आदि होंगे। इस सुरक्षा कवच का वजन करीब छह किलोग्राम है। बिहार में पहली बार पुलिसकर्मियों को एडवांस फुल बॉडी प्रोटेक्टर मिला है। इसका पहली बार जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजों से निपटने के लिए वहां की पैरा मिलिटरी और अन्य फोर्स करती थी। इसे रबर, फाइबर समेत अन्य मटेरियल से बनाया गया है।
पत्थरबाजी के दौरान आगे बढ़ती रहेगी पुलिस
प्रोटेक्टर से लैस पुलिस पत्थरबाजी के बीच रुकेगी नहीं, बल्कि आगे बढ़ती रहेगी और उपद्रवियों को दबोच लेगी। कई बार हंगामा के बीच होने वाली रोड़ेबाजी में पुलिस एक जगह पर ही ठिठक जाती थी। वह अपने को बचाने लग जाती थी। बताया गया कि नया एडवांस बॉडी प्रोटेक्टर पुराने बॉडी प्रोटेक्टर से कई गुणा ज्यादा सुरक्षा कवच का काम करेगा।
बुलेटप्रूफ से अलग है बॉडी प्रोटेक्टर
बताया गया कि बुलेटप्रूफ सुरक्षा कवच केवल गोली और छर्रों को रोकता है, जबकि इसे खास तौर से रोड़े से बचने के लिए बनाया गया है। इससे किसी भी तरह के बवाल में चलने वाले पत्थर व रोड़ेबाजी समेत अन्य चीजों से पुलिस पूरी तरह सुरक्षित रहेगी।
रेल पुलिस को भी मिला बॉडी प्रोटेक्टर
मुजफ्फरपुर रेल थानेदार रंजीत कुमार ने बताया कि एडवांस बॉडी प्रोटेक्टर रेल पुलिस को भी दिया गया है। रेल थाना मुजफ्फरपर में छह बॉडी प्रोटेक्टर आए हैं। इससे पुलिसकर्मी हंगामा और बवाल के दौरान होने वाली रोड़बाजी व हमले से बचे रहेंगे। सिटी एसपी, अवधेश सरोज दीक्षित ने कहा कि जिला पुलिस के लिए एडवांस बॉडी प्रोटेक्टर मिला है। जिले के सभी थानों में इसे दिया जा रहा है।
मुजफ्फरपुर में कई बार हो चुके हैं पुलिस पर हमले
बीते एक अगस्त को साहेबगंज थाना क्षेत्र के नवलपुर में छापेमारी करने पहुंची पुलिस पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया था। इसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इससे पहले 21 जुलाई को मेडिकल छात्र व अहियापुर थाने की पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। इस घटना में मेडिकल के छात्र के साथ-साथ कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इसी तरह शराब की सूचना पर छापेमारी के दौरान कांटी, अहियापुर, सरैया, देवरिया, साहेबगंज समेत कई थाना क्षेत्रों में पुलिस पर हमले हो चुके हैं। इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो चुके हैं।