बिहार में दो बाघों के बीच इलाके के वर्चस्व की खूनी जंग, एक टाइगर की मौत
बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में दो बाघों के बीच वर्चस्व की जंग में एक की मौत हो गई। वीटीआर वन प्रमंडल एक के मंगुराहा वन क्षेत्र के कक्ष संख्या 46 में एक नर व्यस्क बाघ का शव मिला है।
टाइगर की मौत की खबर सुनते ही वन विभाग की बेचैनी बढ़ गई है। गुरुवार देर शाम वनकर्मियों की पेट्रोलिंग के दौरान बाघ का शव देखा गया। वनकर्मियों की टीम ने इसकी सूचना वनक्षेत्र कार्यालय एवं वरीय अधिकारियों की दी। सूचना मिलते ही सीएफ डीएफओ के नेतृत्व में डाक्टर एवं बॉयोलॉजिस्ट के साथ रेंजर एवं वनकर्मियों की टीम घटनास्थल पर पहुंची और बाघ की मौत की जांच पड़ताल मे जुट गई।
घटना की जांच के दौरान बाघ की शरीर पर चोट के निशान एवं मौके पर दो बाघों के वर्चस्व की लड़ाई एवं खून के निशान मिले हैं। बाघ की उम्र 8 साल बताई जा रही है। जंगल के अंदर किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इस संबंध में वन प्रमंडल एक के डीएफओ प्रदूम्न गौरव ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंच जांच के दौरान प्रथमदृष्टया यह प्रतीत हो रहा है कि दो बाघों की आपसी वर्चस्व की लड़ाई में एक की मौत हो गई है। शव देखने से ऐसा लग रहा है कि यह दो दिन पुराना है।
डीएफओ ने बताया कि बाघ के शव को पोस्टमार्टम के बाद बाघ के विसरा को जांच के लिए प्रयोगशाला देहरादून एवं बरेली भेजा जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही बाघ की मौत के कारणों का स्पष्ट खुलासा होगा। बता दें कि जंगल में बाघों के बीच अक्सर इलाके में वर्चस्व को लेकर भिड़ंत्त होती रहती है।