बिहार: चिता पर लिटाई लाश तो कपड़े से निकला सांप; 18 घंटे तक युवक के शरीर में छिपा रहा रसेल वाइपर, श्मशान घाट में बॉडी से निकला बाहर
बिहार के बेगूसराय जिले में एक युवक को सांप ने डस लिया। उसके बाद उसकी मौत हो गई। सांप डसने के बाद परिजनों ने झाड़-फूंक करने वाले को बुलाया। उसके बाद उसकी झाड़-फूंक हुई। उसके बाद युवक का इलाज शुरू हुआ। युवक बचाया नहीं जा सका। उसकी मौत हो गई। मौत के बाद पुलिस पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। युवक का पोस्टमार्टम हुआ। कहा जा रहा है कि इस दौरान सांप युवक के शरीर के अंदर ही छुपा बैठा था। जब युवक को दाह-संस्कार के लिए सिमरिया घाट ले जाया गया। वहां जब दाह-संस्कार शुरू हुआ, तब सांप उसके शरीर से बाहर निकला। उसकी लंबाई दो फीट थी। सांप की पहचान रसेल वाइपर के रूप में की गई है।
युवक की मौत
मृतक के परिजनों ने दावा किया कि मृतक को जिस सांप ने डसा था, वो युवक के मरने से पहले इलाज के दौरान और झाड़-फूंक के दौरान उसके शरीर में ही छिपा बैठा था। सांप पोस्टमार्टम के समय भी बॉडी के साथ रहा। सांप किसी को नहीं दिखा। वैसे भी कहते हैं रसेल वाइपर अपनी उपस्थिति छुपा लेता है। उसके बाद जब मृतक की चिता को मुखाग्नि दी जा रही थी, उस वक्त शव के ऊपर से रसेल वाइपर सांप निकला। सभी लोग देख कर हैरान रह गए। हालांकि, सांप के बाहर आते ही लोगों ने उसे मार डाला। उसकी तस्वीर को मोबाइल में कैद कर लिया।
शरीर के अंदर रहा सांप
बताया जा रहा है कि चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के कुंभी गांव के रहने वाले 41 वर्षीय धर्मवीर कुमार यादव को 22 अगस्त की रात को सांप ने डस लिया। परिजनों के मुताबिक गुरुवार की शाम धर्मवीर कुमार अपनी गाय को चारा देने के लिए चारा उठा रहा था। इस दौरान उसे सांप के काटे जाने का एहसास हुआ। उसके बाद उसे भगवती स्थान पर झाड़-फूंक के लिए ले जाया गया। झाड़-फूंक से काम नहीं बना। उसकी हालत बिगड़ने लगी। उसके बाद ग्रामीणों ने उसे इलाज के लिए निजी अस्पताल में दलसिंहसराय में भर्ती कराया। उसी दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गई।
मुखाग्नि के दौरान निकला सांप
घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस मामले की जांच करने पहुंची। उसने शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 23 अगस्त को शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में कराया गया। उसके बाद शाम में दाह संस्कार के लिए डेड बॉडी को लेकर परिजन सिमरिया घाट पहुंचे। धर्मवीर यादव को मुखाग्नि दे रहे उनके 10 वर्षीय पुत्र शिवशंकर कुमार ने बताया कि जब अंतिम संस्कार के लिए चिता पर आग दे रहे थे। तभी वो सांप पीठ के पीछे से निकला। उसके बाद ग्रामीणों ने मोबाइल से उसकी तस्वीर ली। सांप रसेल वाइपर प्रजाति का बताया गया है। परिजनों के मुताबिक इलाज, झाड़-फूंक और पोस्टमार्टम के दौरान सांप मृतक के शरीर में लिपटा रहा। किसी को उस पर नजर नहीं गई। जब चिता को मुखाग्नि देने के समय मुंह से कफन हटाया गया। तब वहां से बाहर निकला। लोगों का कहना है कि सांप धर्मवीर के पेट में घुस गया था। अंदर जाकर फंस गया था। दाह-संस्कार के दौरान कपड़ा खोलने के क्रम में बाहर निकला। घटना को लेकर जितने लोग उतनी बातें कही जा रही हैं।