उत्पाद अधीक्षक ही बिहार में करा रहा था करोड़ों की शराब तस्करी, एसपी ने दिया गिरफ्तारी का आदेश
बक्सर के उत्पाद अधीक्षक के खिलाफ गिरफ्तारी आदेश जारी हो गया है। भगोड़े उत्पाद अधीक्षक दिलीप पाठक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। औद्योगिक थाना कांड संख्या 132/24 के अनुसार बक्सर का वर्तमान उत्पाद अधीक्षक, लम्बे समय से शराब कारोबारियो के साथ सांठगांठ कर यूपी के सीमा से बिहार के बक्सर में शराब की सप्लाई कराता था।
21 जून 2024 को औद्योगिक थाने की पुलिस ने वीरकुंवर सिंह सेतु से यूपी के रास्ते बिहार के बक्सर की सीमा में प्रवेश करने के बाद एनएच 922 पर शराब लदी एक के बाद एक तीन गाड़ियां को पकड़ी थी। जहां सबसे पहले पुलिस को शराब से भरी एक स्कॉर्पियों पर पुलिस की नजर पड़ी।
माफियाओं से पैसे लेकर शराब सप्लाई करने का लगाया आरोप
चालक से पूछताछ के आधार पर शराब लदी एक इंडिका कार और एक होंडा सिटी कार को भी पुलिस ने जब्त कर जांच शुरू की गई। इस दौरान डुमराँव अनुमंडल के अमसारी गांव में हुए जहरीला शराब कांड के दो मुख्य आरोपी मुन्ना सिंह के साथ उसके एक और शागिर्द की संलिप्तता इस शराब की खेप को लाने में सामने आई।
जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर 23 जून 2024 को थाने लाई। पुलिस पूछताछ में शराब कारोबारी मुन्ना सिंह ने बताया की, वर्तमान उत्पाद अधीक्षक दिलीप पाठक, 2016 में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद से ही बक्सर यूपी के अलग-अलग बॉर्डर से शराब लदे वाहन को यूपी से बक्सर में लाने में सहयोग करते थे। जिसके एवज में एक मोटी रकम उनको देना होता था। उस समय उत्पाद विभाग में ही वह दारोगा के पोस्ट पर थे।
8 लोगों की हुई थी गिरफ्तारी
उक्त शराब कारोबारी के बयान के आधार पर अनुसंधान के क्रम में पुलिस ने पटना के रहने वाले एक बड़े शराब कारोबारी मनीष उर्फ मरांडी को बक्सर से ही गिरफ्तार किया। जिसके मोबाइल नम्बर से उत्पाद चेकपोस्ट पर तैनात उत्पाद विभाग के सिपाही शेषनाथ यादव ,को उन तीनों गाडियो की तस्वीर एवं नम्बर शेयर किया गया था।
जिसे उत्पाद विभाग की चेकपोस्ट से बिना जांच किये छोड़ दिया गया था और उसे बक्सर पुलिस ने जब्त की थी। उक्त सिपाही का फोन जब्त कर पुलिस ने जब अनुसंधान को आगे बढ़ाया तो उत्पाद विभाग के ही एक और सिपाही रामशंकर सिंह, के साथ कुल 8 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर ली।
जिनके मोबाइल से उत्पाद अधीक्षक दिलीप पाठक एवं कारोबारियो के बीच सांठगांठ के अलावा मोटी रकम लेनदेन करने का पुलिस को कई पुख्ता प्रमाण मिला है। जिसके बाद बक्सर एसपी की सख्त तेवर को देख उत्पाद अधीक्षक फरार हो गए है। पुलिस उनके कई ठिकाने पर छापेमारी कर चुकी है। लेकिन अभी तक गिरफ्तार नहीं हुए है।
गिरफ्तारी के आदेश बाद से फरार
बक्सर एसपी मनीष कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा की हमने केस को ट्रू कर दिया है। गिरफ्तारी का आदेश भी जारी हो गया है। बताया गया की अभी तक जांच में जितने भी एविडेंस है, उनके खिलाफ ही पाए गए है।