IC 814: The Kandahar Hijack: वेब सीरीज में हाईजैकर्स के नाम भोला-शंकर रखने पर बवाल, लेखक ने बता दिया सच
नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, विजय वर्मा और दीया मिर्जा जैसे सितारों वाली वेब सीरीज़ ‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ (IC 814: The Kandahar Hijack) नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ होने के साथ ही विवादों में घिर गई. इसमें हाईजैकर्स के नाम को लेकर सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं. सीरीज में हाईजैकर्स के नाम भोला और शंकर हैं. इसी पर बवाल मच रहा है. अब लेखक नीलेश मिश्रा ने पूरे विवाद पर रिएक्शन दिया है.
‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ सीरीज़ नीलेश मिश्रा की किताब से प्रेरित है. नाम को लेकर विवाद बढ़ता देख नीलेश मिश्रा ने एक्स (ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर कर सच्चाई बताई है. एक यूजर के एक्स पोस्ट पर जवाब देते हुए उन्होंने कोट ट्वीट किया है. यूज़र ने अपने पोस्ट में लिखा है, “‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ तब तक ठीक लगती है जब तक वो हाईजैकर्स के नाम शंकर और भोला नहीं रखते हैं…सच में, क्या बकवास है ये अनुभव सिन्हा.”
दिया ये जवाब
यूज़र के इस ट्वीट का जवाब देते हुए नीलेश मिश्रा लिखते हैं, “शंकर, भोला, बर्गर, डॉक्टर और चीफ, जो कि उस वक्त जेल में बंद मसूद अज़हर का भाई था. सभी हाईजैकर्स ने झूठे नाम रखे थे. इसी तरह वो एक दूसरे से बात करते थे और हाईजैकिंग के दौरान इसी तरह से पैसेंजर्स भी उन्हें पुकारा करते थे. सादर, आईसी-814 हाईजैकिंग पर किताब लिखने वाला पहला लेखक.”
“Shankar”
“Bhola”
“Burger”
“Doctor”
and the “Chief”, the brother of then-jailed Masood Azhar himself.All the hijackers assumed false names. That is how they referred to each other and how the passengers referred to them throughout the hijacking.
— Regards, the author of the… https://t.co/fZgUZiXxPm
— Neelesh Misra (@neeleshmisra) August 31, 2024
साल 1999 में हुई इस हाईजैकिंग के दौरान आतंकियों ने अपने कोड नेम रखे थे. वो हाईजैकिंग के दौरान उन्हीं कोड नेम के ज़रिए एक दूसरे से बात किया करते थे. यही वजह है कि वेब सीरीज़ में भी उन्हीं नामों का इस्तेमाल किया गया है. हालांकि आरोप लग रहे हैं कि सीरीज़ में हाईजैकर्स के असली नाम के बारे में नहीं बताया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक हाईजैकर्स के असली नाम इब्राहिम अतहर, शाहिद अख्तर सैयद, सन्नी, अहमद काज़ी और ज़हूर मिस्त्री और शाकिर थे.
अपने एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा है, “मेरी किताब में आतंकवादियों के असली नाम, उनकी फोटो, उनके शहर, उनके कोड नेम, सब हैं. ये वेब सीरीज मेरी किताब पर आधारित नहीं है. न मैंने ये सीरीज देखी है और न मैं किसी तौर पर इसका हिस्सा हूं. अगर सीरीज में पाकिस्तानी आतंकवादियों के असली नाम नहीं बताये गए हैं तो ये तो ऐसी बात है, जिसकी मैं कल्पना भी नहीं कर सकता. मैं सिर्फ तथ्य बता सकता हूं कि हां, पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हिंदू कोड नेम रखे थे, हाइजैकिंग के दौरान.”
इस सीरीज़ का निर्देशन अनुभव सिन्हा ने किया है. उन्होंने इस सीरीज़ के ज़रिए ओटीटी की दुनिया में कदम रखा है. इसमें पत्रलेखा, पूजा गौर और कुमुद मिश्रा जैसे कलाकार भी नज़र आए हैं. सीरीज 29 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई है.