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संभावित आपदा के मद्देनजर समस्तीपुर समेत 20 जिलों में अलर्ट जारी, निचले इलाकों मे घुसा कई नदियों का पानी

नेपाल में बीते 72 घंटे से हो रही बारिश के बाद बिहार में कोसी और गंडक उफान पर हैं। शनिवार की देर शाम तक कोसी नदी का पानी सुपौल और सहरसा तथा गंडक का पानी पश्चिम चंपारण के कई इलाकों में प्रवेश कर गया है। उधर, कमला, गंडक, बूढ़ी गंडक, सिकरहना, बागमती समेत कई अन्य नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर निचले इलाकों में घुस गया है। यहां बता दें कि समस्तीपुर में बुढ़ी गंडक अभी खतरे के निशान से नीचे ही है, जबकि खगड़िया में यह खतरे के निशान से ऊपर है। बिहार में गंगा समेत आठ नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जिसके चलते राज्य के 20 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।

संभावित आपदा को देखते हुए जल संसाध विभाग ने 20 जिलों के जिला प्रशासन को अलर्ट किया है। इनमें समस्तीपुर समेत पश्चिमी व पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सारण, मुजफ्फरपुर, वैशाली, शिवहर, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, मधुबनी, दरभंगा, खगड़िया, भागलपुर को आवश्यक कार्रवाई के लिए कहा गया है।

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वहीं उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि भारी बारिश और फ्लैश फ्लड से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि नेपाल और बिहार के व्यापक क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण फ्लैश फ्लड की आशंका को देखते हुए आम लोग सतर्क रहें।

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शनिवार की रात 10 बजे तक कोसी के वीरपुर बराज से 6.01 लाख क्यूसेक और गंडक में वाल्मीकिनगर बराज से 5.62 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज हुआ है।कोसी और गंडक नदियों का डिस्चार्ज महज 24 घंटे में पांच गुना हो गया है। सुपौल जिले के पांच प्रखंड की 27 पंचायतों के सौ गांवों और सहरसा जिले की 22 पंचायतों में कोसी का पानी फैल चुका है।

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कोसी के अलावा सहायक नदियां भी लगातार बारिश की वजह से उफान पर है। अररिया, किशनगंज पूर्णिया व कटिहार में बकरा, महानंदा, परमान के साथ कनकई नदी में पानी बढ़ गया। कोसी तटबंध के अंदर स्कूल और आंगनबाड़ी केन्द्रों को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिये गये हैं। उधर, बारिश से उत्तर बिहार की नदियों में उफान आ गया है।

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निचले इलाके में पानी घुस जाने से 50 हजार से अधिक आबादी प्रभावित हुई है। गंडक का पानी वाल्मीकनगर के हवाई अड्डा परिसर, चकदहवा, झंडू टोला, रोहुआ टोला सहित आधा दर्जन गांवों में घुस गया है। झंडुवा टोला एसएसबी कैंप व स्कूल में भी पानी घुस गया है। कैंप में आने-जाने के लिए एसएसबी नाव का इस्तेमाल कर रही है।

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