‘चोर -हरामी’ कहने पर बिफरे सूबे के CO, बिहार के एक DM के खिलाफ खोला मोर्चा
वैशाली के डीएम की ओर से की गई अपमानजनक टिप्पणी से नाराज जिले के अंचलाधकारियों एवं राजस्व अधिकारियों ने काम बंद करने की धमकी दी है। बिहार राजस्व सेवा संघ ने इसका समर्थन किया है। संघ ने वैशाली के डीएम यशपाल मीणा को पत्र लिखकर कहा है कि वे अपने व्यवहार एवं भाषा में सुधार नहीं करते हैं तो राजस्व सेवा के अधिकारी सामूहिक अवकाश पर जाने को विवश होंगे।
फिलहाल इस विरोध में वैशाली में पदस्थापित इस संवर्ग के अधिकारी शामिल होंगे। जरूरत पड़ी तो राज्य भर के अधिकारी समर्थन में आन्दोलन करेंगे। पत्र के अनुसार शुक्रवार को डीएम यशपाल मीणा ने जिले के अंचलाधिकारियों एवं राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक बुलाई थी। पत्र के अनुसार डीएम ने इन अधिकारियों को सार्वजनिक रूप से चोर और बेहूदा कहा।
जूनियर अधिकारियों का आरोप- बिहारी के नाम पर गाली दी
बिहारी के नाम पर भी गाली दी। डीएम को संबोधित पत्र में कहा गया है-पूर्व में नवादा जिले में भी आपके द्वारा इसी तरह की भाषा का प्रयोग किया गया था। उस समय भी स्थानीय अधिकारियों एवं प्रखंड विकास पदाधिकारियों ने स्थानांतरण अथवा सामूहिक अवकाश की मांग की थी। इस तरह के व्यवहार से सभी अधिकारी मानसिक एवं आत्मिक रूप से आहत महसूस कर रहे हैं।
डीएम बात-बात पर जेल भेजने की धमकी देते हैं: जूनियर अधिकारी
पत्र में कहा गया है कि डीएम बात-बात पर जेल भेजने की धमकी देते हैं। संघ ने डीएम के व्यवहार को उपनिवेश के समय की प्रशासनिक मानसिकता का उदाहरण बताया है। अधिकारियों ने प्रतिदिन जरूरत से अधिक बैठक आयोजित करने पर भी आपत्ति व्यक्त की है।
उन्होंने कहा है कि प्रतिदिन करीब दो-तीन घंटे का समय वीडियो कांफ्रेंसिंग में गुजर जाता है। इसके अलावा जिला मुख्यालय में भी बैठकें होती हैं। खास कर महिला अधिकारियों को इससे परेशानी होती है। उन्हें रात के समय बाहर रहता पड़ता है। ऐसी बैठकें बिना किसी कारण के बुलाई जाती हैं।
कौन हैं वैशाली के डीएम
वैशाली के डीएम यशपाल मीणा हैं जो कि काफी कड़क छवि के अधिकारी माने जाते हैं। हालांकि, उनके नाम कई उपलब्धि भी है। उन्होंने महिलाओं के कल्याण के लिए भी कई काम किए हैं।