ऐसा भी हो रहा! वेव कैमरे से मालिक की तस्वीर और बायोमिट्रिक से अंगुलियों के निशान, जमीन की फर्जी रजिस्ट्री का गजब खेल
बिहार की राजधानी पटना में जमीन की रजिस्ट्री से जुड़ी एक बड़ी जालसाजी सामने आई है, जहां फोटो और बायोमेट्रिक बदलकर दूसरे की जमीन की रजिस्ट्री कर दी गई। इस मामले में जिला अवर निबंधक रवि रंजन ने गांधी मैदान थाने में पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। दरअसल 19 जुलाई 2024 को बेऊर थाना क्षेत्र के पंचमना गली, दशरथा निवासी सुमित कुमार की जमीन को जालसाजों ने कंकड़बाग के अशोक नगर निवासी अविनाश कुमार के नाम पर बेच दिया।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
जालसाजों ने निबंधन कार्यालय में सुमित कुमार की पहचान बनाकर एक फर्जी व्यक्ति को पेश किया। जांच में सामने आया कि न सिर्फ सुमित कुमार की जगह किसी और की फोटो लगाई गई, बल्कि बायोमेट्रिक पहचान (अंगूठे के निशान आदि) को भी बदल दिया गया। निबंधन के समय जमा किए गए दस्तावेज़ों की स्कैनिंग से पता चला कि फोटो और बायोमेट्रिक डेटा को कंप्यूटर के माध्यम से छेड़ा गया था, जिससे फर्जीवाड़ा किया जा सके।
सॉफ़्टवेयर से खुली पोल
निबंधन कार्यालय के सॉफ़्टवेयर द्वारा की गई जांच में यह साफ़ हो गया कि दस्तावेज़ों में जो फोटो और बायोमेट्रिक डाटा जमा किया गया था, वह असली जमीन मालिक सुमित कुमार का नहीं था। फर्जी व्यक्ति ने सुमित कुमार की जगह अपनी पहचान दिखाकर रजिस्ट्री पूरी करवाई।
कड़ी कार्रवाई की मांग
जिला अवर निबंधक ने इस मामले में पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि जालसाजों ने फोटो और बायोमेट्रिक छेड़छाड़ करके बड़ी धोखाधड़ी की है, और इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसे मामलों को रोका जा सके।
पुलिस को अवर निबंधक द्वारा दिया गया आवेदन पढ़िए: