NIA के DSP 20 लाख रुपये घूस लेते गिरफ्तार, जदयू MLC मनोरमा देवी के बेटे को धमकी दे मांगे डेढ़ करोड़ रुपये
सीबीआई की विशेष टीम ने एनआईए पटना शाखा के डीएसपी अजय प्रताप सिंह और उनके दो एजेंटों को 20 लाख रुपये रिश्वत लेते गया के पास से गिरफ्तार कर लिया है। एनआईए के इस जांच अधिकारी की भ्रष्ट गतिविधियों की शिकायत पर सीबीआई ने एनआईए के साथ मिलकर गुरुवार को यह कार्रवाई की है। रमैया कंस्ट्रक्शन के मालिक रॉकी यादव ने जांच एजेंसी के डीएसपी के खिलाफ घूस मांगने का आरोप लगाया था। जांच में इस शिकायत की पुष्टि होने के बाद कार्रवाई की गई है। इस मामले में गिरफ्तारी के बाद सीबीआई की टीम ने पटना, वाराणसी और गया में कई स्थानों पर सर्च ऑपरेशन भी चलाया। इस दौरान सभी स्थानों से बड़ी संख्या में दस्तावेज बरामद किए गए। फिलहाल इस मामले की जांच चल रही है।
गौरतलब है कि जदयू की पूर्व एमएलसी मनोरमा देवी के बेटे रॉकी यादव की कंपनी, आवास समेत सभी ठिकानों पर एनआईए ने 19 सितंबर को छापेमारी की थी। उस पर नक्सलियों को मदद करने और अवैध रूप से हथियार सप्लाई करने में मदद करने के आरोप के तहत यह कार्रवाई की गई थी।
इस दौरान डेढ़ करोड़ से ज्यादा की रकम और करीब 10 अवैध हथियार बरामद हुए थे। इस केस के आईओ सीनियर डीएसपी अजय प्रताप सिंह कथे। उन्होंने रॉकी को राहत देने के नाम पर ढाई करोड़ रुपए की मांग रॉकी से की थी। इसी के तहत पहली किश्त के तौर पर 20 लाख देना तय हुआ था। डीएसपी अपने दो एजेंट के माध्यम से घूस की राशि ले रहे थे।
डीएसपी अजय, रॉकी को उनकी मांगी गई राशि नहीं देने पर उसके पूरे परिवार को आपराधिक मामले और अवैध आधुनिक हथियार रखने के केस में फंसाने की धमकी दे रहा था। रॉकी के गया समेत अन्य ठिकानों पर एनआईए की छापेमारी बाद से ही DSP ने लगातार पैसों की डिमांड शुरू कर दी थी। गिरफ्तारी के बाद सीबीआई की पूछतछ में डीएसपी ने धमकी दे कर रॉकी से पैसे उगाही की बात स्वीकार कर ली है।