‘तेज प्रताप के घर का सारा चूहा खा लिए हैं, कुछ बचा है तो वो भी भेज दें खा लेंगे’: जीतन राम मांझी
बिहार की राजनीति में इन दिनों ‘चूहा’ काफी महत्वपूर्ण हो गया है. चूहा को लेकर लालू परिवार और मांझी परिवार आमने-सामने है. लालू यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव ने एक पोडकास्ट में चूहा को लेकर ऐसा बयान दिया जिसके बाद केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी नाराज चल रहे हैं. तेजप्रताप यादव के चूहा पर दिए गए बयान को लेकर केंद्र सरकार के मंत्री जीतनराम मांझी ने निशाना साधा है.
क्या कहा था तेज प्रताप नेः
बता दें कि बीते दिनों एक यूट्यूब चैनल पर इंटरव्यू के दौरान तेजप्रताप यादव ने कहा था कि केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी के बेटे संतोष मांझी का आवास और उनका आवास अगल-बगल में है. संतोष मांझी के आवास में बहुत चूहा है. उनके कैंपस में आकर वहां लगे फल और सब्जी के पौधे को खा जाता है. तेज प्रताप ने कहा कि वो अपने कैंपस का चूहा पकड़वाते नहीं हैं. तेज प्रताप ने कहा था कि उन्हें चूहा पकड़वाना चाहिए.
तेजस्वी यादव खुद अस्वस्थ हैं?:
तेजस्वी यादव अक्सर अपने बयान में आशंका जताते रहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तबीयत खराब है. इसलिए वो सक्रिय नहीं है और अपराध बढ़ रहा है. जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री का बचाव करते हुए कह कि वो लगातार बिहार के लिए काम कर रहे हैं. लगातार अपने कार्यक्रम कर रहे हैं. अभी बिहार में बाढ़ आयी थी तो उन्होंने हवाई सर्वेक्षण किया. इसके बाद भी तेजस्वी यादव कुछ से कुछ बोल रहे हैं. उन्होंने तेजस्वी पर हमला करते हुए उन्हें ही बीमार बताया.
प्रधानमंत्री अलौकिक शक्ति से पूर्ण हैंः
पूर्व मंत्री ने पीएम नरेंद्र मोदी पर मुसलमानों को डरा धमकाकर राजनीति करने के विपक्ष के आरोपों पर जीतन राम मांझी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलौकिक शक्ति से परिपूर्ण हैं. उनके मुखारबिंद से जो भी निकलता है वह देश के लिए लाभदायक है. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर चुनाव में कांग्रेस ने पीओके के बारे में जो बोला था साथ ही विदेश में जाकर देश के बारे में कुछ से कुछ बोलते रहते हैं, उनकी इन बातों पर पीएम मोदी ने कुछ कहा है तो ठीक ही कहा है.
झारखंड में लड़ेंगे चुनावः
जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान और नीतीश कुमार की तरह झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की. उन्होंने बताया कि चतरा में सभा की थी. पार्टी झारखंड में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. कुछ दिन पहले उन्होंने पशुपति पारस को रामविलास पासवान का असली वारिस बताया था. अब, जीतन राम मांझी ने इस बयान से किनारा कर लिया. कहा कि इस तरह के विवाद में हम नहीं पड़ना चाहते हैं.