बिहार में स्मार्ट मीटर भी सुरक्षित नहीं, सेंसर की मदद से बिजली चोरी का ढूंढा नया तरीका
बिजली चोरी के खिलाफ चल रहे अभियान में पटना विद्युत आपूर्ति निगम लिमिटेड (पेसू) की एसटीएफ टीम ने एक बड़ा खुलासा किया है। टीम ने पाया है कि शहर में बिजली चोर अब स्मार्ट मीटर में भी सेंसर लगाकर रिमोट के जरिए बिजली चोरी कर रहे हैं। यह एक नई तकनीक है जिसका उपयोग करके बिजली चोर मीटर बायपास कर बिजली की खपत को कम दिखाते हैं और लाखों रुपये का बिजली बिल बचा लेते हैं।
पेसू की एसटीएफ टीम पिछले एक महीने से शहर के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर रही है। इस दौरान टीम ने 10 से अधिक जगहों पर बिजली चोरी के मामले पकड़े हैं। इन मामलों में से अधिकांश में बिजली चोर स्मार्ट मीटर में सेंसर लगाकर रिमोट से मीटर की रीडिंग को बाधित कर रहे थे।
बिजली चोर स्मार्ट मीटर में एक छोटा सा सेंसर लगा देते हैं। इस सेंसर को रिमोट के जरिए नियंत्रित किया जाता है। रिमोट की मदद से बिजली चोर मीटर की रीडिंग को कम या बंद कर सकते हैं। इस तरह वे बिजली की अधिक खपत करते हुए भी कम बिल का भुगतान करते हैं। पेसू की एसटीएफ टीम ने बिजली चोरी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। बीते सप्ताह में टीम ने दो अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर दो लोगों को बिजली चोरी करते हुए रंगे हाथ पकड़ा था। इन दोनों लोगों पर क्रमशः 88,348 रुपये और 6,76,494 रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
पेसू के अधिकारियों का कहना है कि बिजली चोर लगातार नए-नए तरीके से बिजली चोरी करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन पेसू की टीम भी इनके हर कदम पर नजर रख रही है। टीम ने बिजली चोरी रोकने के लिए कई नए उपाय किए हैं। पेसू के अधिकारियों ने शहरवासियों से अपील की है कि वे बिजली चोरी न करें। बिजली चोरी एक दंडनीय अपराध है और इसके लिए कानूनी कार्रवाई की जाती है। यदि किसी को बिजली चोरी की जानकारी हो तो वह तुरंत पेसू को सूचित करे।
पटना में स्मार्ट मीटर में भी बिजली चोरी का खुलासा एक गंभीर मामला है। यह दर्शाता है कि बिजली चोर लगातार नए-नए तरीके से बिजली चोरी करने की कोशिश कर रहे हैं। पेसू को बिजली चोरी रोकने के लिए और अधिक सख्त कदम उठाने होंगे। शहरवासियों को भी बिजली चोरी रोकने में पेसू का सहयोग करना चाहिए।