पटना नगर निगम और पटना स्मार्ट सिटी के नाम पर जेपी गंगापथ पर सड़क किनारे स्थायी दुकान आवंटन करने के नाम पर शातिरों द्वारा पैसा वसूल करने के मामले में पटना नगर निगम ने दीघा थाने में मंगलवार को एफआइआर करायी. यह एफआइआर अज्ञात के खिलाफ दर्ज की गयी है. ‘स्मार्ट सिटी की रसीद छपवा कर गंगापथ पर दुकान आवंटन के नाम पर वसूली’ शीर्षक से प्रभात खबर ने मंगलवार को यह खबर प्रकाशित की थी, जिसके बाद नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर के निर्देश पर नगर निगम के पाटलिपुत्रा अंचल के प्रभारी राजस्व पदाधिकारी नवीन कुमार ने यह एफआइआर दर्ज करायी.
इसके साथ ही पटना नगर निगम और स्मार्ट सिटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस तरह का कोई प्रोजेक्ट जेपी गंगापथ पर होने या उसमें पटना नगर निगम अथवा पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा किसी दुकान के आवंटन का पूरी तरह से खंडन किया गया है. प्रेस विज्ञप्ति में यह स्पष्ट किया गया है कि ऐसा कोई आवंटन नहीं किया जा रहा है और गंगापथ पर वेंडिंग जोन के निर्माण के बजाय केवल उसका सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. पटना नगर निगम द्वारा संज्ञान में आने पर इसकी जांच कराने की बात भी कही गयी है और ठगों से लोगों को सावधान रहने और उनके ऐसे प्रलोभन में न आने और किसी को भी कोई राशि न देने को कहा गया है. इस फर्जीवाड़े में किसी नगर निगम कर्मी की भी मिलीभगत है या नहीं, यह पुलिस की जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगा.
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