सम्राट चौधरी के बाद भाजपा सांसद गोपाल जी ठाकुर ने उतारी अपनी पगड़ी, जानें वजह
दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर ने आज बेगूसराय के सिमरिया धाम जाकर गंगा में अपनी पगड़ी को समर्पित किया. दरअसल दरभंगा सांसद गोपाल जी ठाकुर ने शपथ ली थी कि जब तक दरभंगा में एम्स का शिलान्यास पूजन नहीं होगा, तब तक वह अपने सिर की पगड़ी नहीं खोलेंगे. कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दरभंगा एम्स का शिलान्यास किया. यही कारण है कि एम्स निर्माण शिलान्यास कार्यक्रम पूरा होने के उपलक्ष्य में गोपाल जी ठाकुर ने अपनी पगड़ी उतारने का फैसला लिया.
प्रधानमंत्री को दिया धन्यवाद :
पगड़ी उतारने पहुंचे दरभंगा के सांसद ने कहा कि, 13 महीना पहले उन्होंने संकल्प लिया था कि दरभंगा का एम्स प्रस्तावित स्थल पर प्रधानमंत्री के द्वारा शिलान्यास होगा उसके बाद ही वह अपने सर का पगड़ी उतरेंगे. कल प्रधानमंत्री ने दरभंगा एम्स का शिलान्यास किया तो वे भी संकल्प में बांधे गए पगड़ी को पूरा होने पर सिमरिया धाम पहुंच गंगा में प्रवाहित किया है. साढ़े आठ करोड़ मिथिलावासियों की ओर से पीएम मोदी को आभार.
”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल अपने कर कमलों से दरभंगा एम्स का शिलान्यास कर सम्पूर्ण मिथिलावासियों को ऐतिहासिक उपहार दिया! जनता-जनार्दन के आशीर्वाद एवं स्नेह से पूर्ण कर्तव्यनिष्ठ होकर एम्स हेतु सत्यप्रयास किया और “दरभंगा एम्स” रूपी अपने संकल्प को पूर्ण किया. संकल्प सिद्धि होने के बाद आज सिमरियाधाम में गंगा में स्नान कर अपने मुरेठा को गंगाजल में प्रवाह किया एवं मां गंगा और संत महात्माओं को प्रणाम कर आशीर्वाद प्राप्त किया.”- गोपाल जी ठाकुर, दरभंगा से बीजेपी सांसद
सम्राट चौधरी ने भी पगड़ी बांधा था :
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी एक समय अपनी पगड़ी के लिए सुर्खियों में बने थे. बिहार में एनडीए के साथ नाता तोड़कर नीतीश कुमार राजद के साथ सरकार बनाए थे. उस समय बिहार बीजेपी की कमान बीजेपी ने सम्राट चौधरी को सौंपी थी. सम्राट चौधरी ने भी एक संकल्प लिया था कि जब तक बिहार की गद्दी से नीतीश कुमार को नहीं हटाएंगे तब तक अपना पगड़ी नहीं खोलेंगे.
सम्राट ने अयोध्या में खोली थी पगड़ी :
हालांकि 17 महीने के बाद ही नीतीश कुमार ने राजद से गठबंधन तोड़कर फिर से बीजेपी के साथ बिहार में सरकार बनाई. लेकिन बहुत दिनों तक सम्राट चौधरी अपनी पगड़ी बांधे रखे, जिसको लेकर जेडीयू और बीजेपी के नेताओं के बीच में राजनीतिक बयानबाजी भी हुई थी. बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने के बाद सम्राट चौधरी पर पगड़ी उतारने का लगातार दबाव बनता रहा. आखिरकार इसी वर्ष सम्राट चौधरी ने अयोध्या के सरयू में जाकर अपनी पगड़ी उतारी.