बिहार में बिजली के मीटर क्यों बन गए मुसीबत, गलत बिलिंग से भी लोग परेशान
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बिहार में बिजली उपभोक्ताओं को सबसे अधिक परेशानी मीटर से हो रही है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर के साथ ही पुराने मीटर से उपभोक्ता परेशान हैं। इसके साथ ही उपभोक्ताओं को बिजली की गलत बिलिंग से भी परेशानी हो रही है। राज्य में पंचायत स्तर पर लगाए गए विशेष कैम्पों से यह खुलासा हुआ है। हालांकि बिजली कंपनी ने कैम्प में आए शिकायतों का ऑन द स्पॉट निबटारा किया। आधिकारिक जानकारी के अनुसार राज्यभर में पंचायत स्तर पर नौ से 14 दिसंबर तक विशेष कैम्प में 15,432 शिकायतों का त्वरित निष्पादन किया गया।
इनमें दक्षिण बिहार की कुल 8,609 तो उत्तर बिहार की 6,823 शिकायतें थीं। दक्षिण बिहार में आए 8,609 शिकायतों में से स्मार्ट प्रीपेड मीटर से संबंधित 1,909 शिकायतें थी। बिलिंग से संबंधित 2,484 उपभोक्ताओं ने शिकायत किए। वहीं मीटर से संबंधित 1,928 लोगों ने अपनी शिकायतें की। नए कनेक्शन से संबंधित 1,488 और अन्य तरह की 1,421 शिकायतें कैम्पों में आई। वहीं उत्तर बिहार में कुल 6823 शिकायतों का त्वरित समाधान कर दिया गया। इन शिकायतों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर से संबंधित 1,338; बिलिंग से संबंधित 2,538; मीटर से संबंधित 778, नए कनेक्शन से संबंधित 1,356 और अन्य 813 शिकायतें शामिल थी।
ऊर्जा सचिव सह बिजली कंपनी के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि बिजली उपभोक्ताओं की किसी तरह की परेशानी न हो। इसी उद्देश्य से उनकी समस्याओं के समाधान के लिए पंचायत स्तर पर कैंप लगाए गए। यह खुशी की बात है कि उपभोक्ताओं को इन कैंपों से सहूलियत हुई है। उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान हुआ है, जिसके उनका विश्वास बढ़ा है।
स्मार्ट प्री-पेड मीटर की भ्रांतियां हुईं दूर
स्मार्ट प्री-पेड मीटर को लेकर उनके मन में जो भ्रांतिया थी वह दूर हुई हैं। उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए इस तरह की सेवा आगे भी प्रदान की जाती रहेगी। इन कैम्पों का आयोजन साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड और नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड द्वारा किया गया था। पंचायत स्तर पर लगे इन कैम्पों में कनीय विद्युत अभियंता (आपूर्ति), कनीय विद्युत अभियंता (राजस्व) और सहायक सूचना प्रौद्योगिकी प्रबंधक उपस्थित थे।