बिहार: कंबल में लिपटी महिला का स्टेशन मास्टर ने जारी किया डेथ मेमो, पोस्टमार्टम कराने पहुंची पुलिस तो बोली जिंदा हूं
बिहार में लापरवाही की सारी हदें पार कर एक जीवित महिला के पोस्टमार्टम का फरमान जारी कर दिया गया है। इस आदेश के बारे में जिसने भी सुना वो दंग है। पूरा मामला बिहार के अररिया जिले का है। यहां फारबिसगंज रेलवे स्टेशन पर स्टेशन प्रबंधन की ओर से ऐसी लापरवाही की गई है।
स्टेशन प्रबंधन ने बिना किसी जांच-पड़ताल के ही जीवित महिला को मृत मानते हुए आरपीएफ-जीआरपी को पोस्टमार्टम के लिए मेमो भेज दिया। महिला कई घंटे तक कंबल में लिपटी पड़ी थी और स्टेशन के अधिकारी ने उसे मृत घोषित करते हुए पोस्टमार्टम की तैयारी करने के निर्देश दे दिए।
सोमवार देर शाम आरपीएफ के साथ जब जीआरपी पोस्टमार्टम के लिए उसे लेने पहुंची तो महिला जिंदा मिली जो किसी की मदद की राह देख रही थी। घटनास्थल पर जब स्टेशन मास्टर ने महिला को जिंदा देखा तो उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ। जोगबनी जीआरपी के थानाध्यक्ष नितेश कुमार ने बताया कि उनको फारबिसगंज स्टेशन प्रबंधक की ओर से महिला का डेथ मेमो दिया गया था। जब पोस्टमार्टम के लिए वो महिला को लेने पहुंचे तो महिला जिंदा मिली। फिलहाल उक्त महिला स्थानीय अनुमंडलीय अस्पताल में इलाजरत है और उसकी तबीयत में सुधार हो रहा है। इस संबंध में अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक ने बताया कि देर रात महिला को लाया गया था जिसका इलाज चल रहा है।
इस बाबत फारबिसगंज के स्टेशन प्रबंधक मनोज कुमार झा ने बताया कि गलतफहमी के चलते ऐसा हुआ। स्टाफ द्वारा गलत सूचना देने के कारण इतनी बड़ी चूक हुई। इधर इस घटना के बाद एक बड़ा सवाल भी खड़ा हो गया है कि जब ट्रेन के यात्रियों के साथ स्वास्थ्य संबंधित कोई समस्या होगी तो आखिर स्टेशन पर कैसे चिकित्सकों की व्यवस्था होगी ताकि उसकी जान बच सके, क्योंकि ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को यह अधिकार प्राप्त है कि किसी भी समस्या के लिए रेल प्रशासन के पास वह अपनी फरियाद रख सकते हैं और रेल प्रशासन इसके प्रति पूरी जवाब देह भी है।
फिलहाल उक्त महिला स्थानीय अनुमंडलीय अस्पताल में इलाजरत है और उनके तबीयत में सुधार हो रहा है। इस संबंध में अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक ने बताया कि देर रात महिला को लाया गया था। जिसका इलाज चल रहा है।