एकलव्य की तरह युवाओं का अंगूठा काटा… BPSC अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज को लेकर बिफरे राहुल, नीतीश सरकार को लिया आड़े हाथ
बिहार में BPSC (बिहार लोक सेवा आयोग) की परीक्षा में पेपर लीक के मामले में बवाल बढ़ता जा रहा है. पेपर लीक के आरोपों के चलते छात्रों और सरकार के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है. 13 दिसंबर को आयोजित प्रारंभिक परीक्षा के दौरान पेपर लीक की खबरों ने छात्रों को सड़कों पर उतरने पर मजबूर कर दिया. उन्होंने परीक्षा रद्द करने और दोबारा परीक्षा आयोजित करने की मांग की. छात्रों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने सख्ती बरती तो राहुल गांधी ने नीतीश सरकार पर गंभीर आरोप लगा दिए.
छात्रों पर लाठीचार्ज.. विपक्ष का विरोध
छात्रों ने पटना में BPSC कार्यालय का घेराव किया. जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया. कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए. जिनमें छात्रों, खासकर महिला प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कार्रवाई दिखाई दी. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि उनके साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार किया गया.
राहुल ने नीतीश सरकार पर साधा निशाना
इस घटना ने विपक्ष को सरकार पर निशाना साधने का मौका दे दिया. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैंने संसद में कहा था कि जिस तरह एकलव्य का अंगूठा कटवाया गया था, उसी तरह पेपर लीक करवाकर युवाओं का अंगूठा काटा जा रहा है. उन्होंने नीतीश सरकार पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया.
क्या है पेपर लीक का मामला?
13 दिसंबर को आयोजित प्रारंभिक परीक्षा में कई गड़बड़ियों के आरोप लगे. छात्रों का कहना है कि उन्हें प्रश्न पत्र देरी से मिले. और कई जगहों पर उत्तर पुस्तिकाएं फटी हुई थीं. इससे पेपर लीक की आशंका और बढ़ गई. वहीं, BPSC के चेयरमैन परमार रवि मनुभाई ने परीक्षा रद्द करने से इनकार कर दिया. उन्होंने केवल पटना के बापू परीक्षा परिसर में परीक्षा दोबारा आयोजित करने की घोषणा की, जो 4 जनवरी 2025 को होगी.
विपक्ष का सरकार पर हमला
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि बीजेपी शासन में जो युवा रोजगार की मांग करते हैं.. उन्हें लाठियों से पीटा जाता है.. उन्होंने इसे युवाओं के साथ क्रूरता की पराकाष्ठा करार दिया. राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार की तानाशाही और अराजकता की आलोचना की. वहीं, स्वतंत्र सांसद पप्पू यादव ने कहा कि अगर परीक्षा रद्द नहीं की गई तो 1 जनवरी 2025 को बिहार बंद का आह्वान किया.
सरकार और पुलिस का बचाव
पुलिस ने लाठीचार्ज को मामूली बल प्रयोग करार दिया और दावा किया कि छात्रों को गुमराह किया जा रहा है. डीएसपी अनु कुमारी ने कहा कि कुछ सोशल मीडिया हैंडल छात्रों को भड़काने का काम कर रहे हैं. सरकार ने इस मुद्दे पर सख्ती दिखाई और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ FIR दर्ज की. प्रशासन ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाना जरूरी था.
छात्रों का आक्रोश और भविष्य की लड़ाई
छात्रों ने साफ कर दिया है कि वे इस लड़ाई को जारी रखेंगे. उनका कहना है कि यह सिर्फ परीक्षा का मामला नहीं है बल्कि उनके भविष्य का सवाल है. राहुल गांधी ने छात्रों को न्याय दिलाने का वादा करते हुए कहा कि हम उनके साथ हैं. यह मामला अब सिर्फ परीक्षा की गड़बड़ियों तक सीमित नहीं रहा. बल्कि बिहार की राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बन गया है.