पटना में कुख्यात बैंक लुटेरा अजय राय को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया, STF का इंस्पेक्टर भी हुआ घायल
बिहार समेत अन्य राज्यों में एक दर्जन से ज्यादा बैंक डकैती कांड को अंजाम देने वाला वांटेड अजय कुमार उर्फ काका शुक्रवार रात साढ़े नौ बजे एसटीएफ के साथ पटना में हुए एनकाउंटर में मारा गया। वह मूल रूप से सारण जिले के रिविलगंज थानांतर्गत नटवर सेमरिया गांव का रहने वाला था। अजय पर सारण के अलावा भोजपुर में भी कई मामले दर्ज थे। मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ के इंस्पेक्टर दिवाकर को बांह में गोली लगी है। वे खतरे से बाहर हैं।
एसटीएफ को यह सूचना मिली थी कि अजय पटना के जक्कनपुर थाना इलाके में संजय नगर रोड नंबर 10 स्थित एक मकान में किराये पर रह रहा है। इसके बाद एसटीएफ की टीम दल-बल के साथ मौके पर पहुंची। एसटीएफ जैसे ही मकान के पहले तल्ले पर पहुंची अपराधी ने फायरिंग शुरू कर दी। यह देख टीम का नेतृत्व कर रहे एसटीएफ के इंस्पेक्टर और अन्य जवानों ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की।
इस दौरान एसटीएफ की ओर से चली गोली अपराधी को जा लगी, जिससे वह जमीन पर गिर पड़ा। जबकि, बैंक लुटेरे की एक गोली इंस्पेक्टर दिवाकर के बुलेटप्रेफ जैकेट में लगी और दूसरी उनके बांह में लगते हुए निकल गई। बाद में एसटीएफ के जवान घायल इंस्पेक्टर को लेकर निजी अस्पताल पहुंचे। जबकि, लुटेरे को एनएमसीएच में भर्ती करवाया गया। इलाज के दौरान डकैत की मौत हो गई।
बिहार से हरियाणा तक बैंक लूट को दिया था अंजाम
गौरतलब है कि अजय ने हरियाणा में भी बैक लूट की बड़ी घटना को अंजाम दिया था। बीते वर्ष 2023 में इसने अरवल में एक्सिस बैंक में डाका डाला था। अजय पूर्व में निरंतक गिरोह के लिये काम करता था। निरंतक अभी पश्चिम बंगाल के जेल में बंद है। अभी अजय ने पास ही गिरोह की कमान थी।
ऐसे हुआ ऑपरेशन
एसटीएफ के जवानों ने उस मकान को चारों ओर से घेर लिया जिसमें अपराधी के छिपे होने की सूचना थी। इसके बाद एसटीएफ के कुछ जवान घर के मुख्य दरवाजे पर खड़े हो गये। जबकि, इंस्पेक्टर सहित चार जवान पहले तल्ले पर पहुंचे। इसी जगह कमरे में अजय व उसके दो साथी मौजूद थे। एसटीएफ को देखते ही अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी। अजय के दो साथी मौके से भाग निकले। जबकि, वह कमरे से ही फायरिंग करने लगा। एसटीएफ ने जवाबी कार्रवाई की।
गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाके में मचा हड़कंप
पुलिस और लुटेरे के बीच हुए एनराउंटर के दौरान कई राउंड गोलियां चलीं। इस दौरान आसपास के लोग यहां जमा हो गए। लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए एसटीएफ के जवानों ने उन्हें अपने-अपने घरों में जाने को कहा। एसटीएफ के जवान सादे लिबास में बुलेट प्रूफ जैकेट पहने और हथियार के साथ मुस्तैद रहे।