नीतीश कुमार महिलाओं के बीच क्यों हैं इतने लोकप्रिय? यात्रा और बड़े फैसले बयां करती है पूरी कहानी
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सीएम नीतीश कुमार की यात्रा को लेकर बिहार के सियासी गलियारे में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं. लोग जानना चाह रहे हैं कि सीएम नीतीश कुमार इस बार अपनी यात्रा के दौरान क्या कुछ बड़ा ऐलान करने वाले हैं. दरअसल ऐसी चर्चा है कि इस बार सीएम नीतीश कुमार अपनी यात्रा के दौरान महिलाओं को लेकर कुछ बड़ी घोषणा कर सकते हैं. बताया जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान सीएम नीतीश कुमार महिलाओं से फीडबैक लेकर विधानसभा चुनाव से पहले आधी आबादी को कुछ बड़ी सौगात दे सकते हैं.
दरअसल नीतीश कुमार की यात्रा विधानसभा चुनाव से पहले हो रही है. ऐसे में इस लिहाज से यह यात्रा बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है. यात्रा तब हो रही है जब तेजस्वी यादव ने घोषणा कर दी है कि अगर उनकी सरकार बनी तब आर्थिक तौर पर कमजोर महिलाओं को प्रतिमाह 2500 रुपये दिए जाएंगे. इसी घोषणा के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि क्या नीतीश कुमार भी चुनावी साल में तेजस्वी यादव के घोषणा के बाद महिलाओं के लिए कुछ बड़ी घोषणा करने वाले हैं?
दरअसल सीएम नीतीश कुमार ने इससे पहले भी महिलाओं के लिए कई ऐसे काम किए हैं जिनकी चर्चा देश भर में हुई. नीतीश कुमार के फैसलों की वजह से आधी आबादी के बीच हमेशा उनकी लोकप्रियता देखने को मिली है. ऐसे में यात्रा के दौरान सीएम नीतीश कुमार के बड़े ऐलान से पहले यह जानना जरूरी है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब तक वो कौन-कौन से फैसले लिए हैं, जिसकी वजह से महिलाएं उनको खूब वोट करती हैं.
महिलाओं को आरक्षण
वर्ष 2006 से पंचायती राज संस्थाओं और वर्ष 2007 से नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया. वर्ष 2006 से ही प्रारंभिक शिक्षक नियोजन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है. 16 फरवरी 2016 से सभी सरकारी नौकरियों में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है. महिला पुलिस को माहवारी में दो दिनों की अतिरिक्त छुट्टी देने का प्रावधान सिर्फ बिहार में है. वर्ष 2013 से बिहार पुलिस में भी महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है. आज बिहार पुलिस में महिला पुलिसकर्मियों की भागीदारी देश में सर्वाधिक है. बिहार में मेडिकल और इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी के अन्तर्गत नामांकन में न्यूनतम 33 प्रतिशत सीटें छात्राओं के लिये आरक्षित की गयी हैं. ऐसा करने वाला बिहार देश का पहला राज्य है. बिहार में महिला पुलिस 26 प्रतिशत से अधिक भागीदारी के साथ बिहार महिला पुलिस के मामले में देश में अव्वल है.
लड़कियों के लिए साइकिल योजना
लड़कियों को साइकिल देने वाला पहला राज्य बिहार है. बिहार में 2005 से 2020 के बीच बिहार में महिलाओं की जनसंख्या में एक चौथाई की भी वृद्धि नहीं हुई है. लेकिन, 10वीं, 12वीं या स्नातक और स्नातकोत्तर तक पढ़ाई करने वाले लड़कियों की संख्या में चार से छः गुना तक की वृद्धि हुई है, जो पूरे हिंदुस्तान में सर्वाधिक है. सुरक्षा बलों की नौकरियों के साथ प्रदेश की न्यायिक व्यवस्था में महिलाओं को एक तिहाई तक आरक्षण दिया. महिलाओं को पुलिस में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया और उसमें बाद में 3 प्रतिशत पिछड़ी जातियों के महिलाओं के लिये आरक्षण जोड़कर 38 प्रतिशत कर दिया गया.
शराबबंदी का अहम फैसला
सीएम नीतीश कुमार हमेशा अपने भाषणों में कहते हैं कि उन्होंने महिलाओं की विशेष मांग पर बिहार में शराबबंदी का फैसला लिया है, जिसकी चर्चा देश भर में हुई. महिलाओं ने इस फैसले को जमकर सराहा, जिसका फायदा आज भी नीतीश कुमार को मिलता रहा है. वहीं नीतीश कुमार ने एक और योजना जीविका दीदी की शुरुआत भी की, जिसने ग्रामीण इलाकों की महिलाओं की जिंदगी में बड़ा बदलाव लाया. आज इसकी वजह से एक करोड़ से भी अधिक महिलाएं फायदा उठाकर आत्मनिर्भर बनी हुई है जो नीतीश कुमार की बड़ी ताकत मानी जाती है.