मणिपुर में बिहार के 2 मजदूरों की गो’ली मारकर ह’त्या, काम से लौट रहे थे घर
मणिपुर के काकचिंग जिले में शनिवार शाम कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने बिहार के 2 प्रवासी श्रमिकों की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, यह घटना शाम करीब 5.20 बजे काकचिंग-वाबागई रोड पर केइराक में पंचायत कार्यालय के पास हुई।
पुलिस ने बताया कि इस घटना के पीछे के लोगों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। मृतकों की पहचान बिहार के गोपालगंज जिले के राजवाही गांव निवासी सुनालाल कुमार और दशरथ कुमार के रूप में हुई है। वे निर्माण कार्य करने वाले श्रमिक थे और मेइती-प्रभुत्व वाले काकचिंग जिले में किराए के मकान में रहते थे।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस घटना को लेकर और अधिक जानकारी इकट्ठा की जा रही है। यह घटना ऐसे समय हुई जह मणिपुर से कांग्रेस के सांसद अल्फ्रेड केएस आर्थर ने शनिवार को राज्य में हिंसा का मुद्दा उठाया। उन्होंने मणिपुर के लोगों को न्याय दिलाने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि सभी पक्षों को इसके लिए खड़े होना चाहिए। आर्थर ने लोकसभा में ‘संविधान की 75 वर्ष की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि मणिपुर में 19 महीने से हिंसा का दौर जारी है। उन्होंने कहा कि इस देश के नागरिक होने के नाते मुझे राज्य के लिए न्याय मांगने का अधिकार है।
कांग्रेस एमपी ने संसद में उठाया मणिपुर हिंसा मामला
कांग्रेस सांसद ने हिंसा शुरू होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मणिपुर यात्रा नहीं करने का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘मेरे प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर की जनता के प्रति जवाबदेह क्यों नहीं हैं।’ आर्थर ने कहा कि क्या मेरा देश इतना कमजोर है कि मणिपुर में नागरिकों की जान और संपत्ति की सुरक्षा नहीं की जा सकती। उन्होंने नगालैंड में दिसंबर 2021 में सुरक्षा बलों के कुछ कर्मियों द्वारा आम नागरिकों को मारे जाने की एक घटना का उल्लेख किया। सांसद ने कहा कि रक्षा मंत्री समेत इस सरकार के किसी भी पदाधिकारी ने आज तक नहीं कहा कि उस घटना में गलत हुआ था।