बिहार: अनिल अंबानी ने गया में किया पिंडदान, पिता धीरूभाई के मोक्ष के लिए
देश के प्रसिद्ध व्यवसाई अनिल अंबानी रविवार की सुबह मोक्षधाम के विष्णुपद मंदिर पहुंचे। रिलायंस कैपिटल और रिलायंस कम्युनिकेशंस के प्रबन्ध निदेशक अनिल अंबानी के साथ पत्नी टीना अंबानी और पुत्र जय अंशुल अंबानी और अन्य परिजन भी गया आए थे। विष्णुपद मंदिर के सभा मंडल पहुंचे। मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी ने पत्नी के साथ यहां अपने पिता धीरूभाई अंबानी समेत अन्य पूर्वजों के लिए पिंडदान किया।
गयापाल और श्री विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू लाल बिट्ठल ने पूरे विधि विधान के साथ श्राद्ध करवाया। अंबानी परिवार के आगमन को लेकर विष्णुपुर मंदिर सहित बाहरी परिसर में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गये थे। अनिल अंबानी के साथ उनके बेटे जय अंशुल अंबानी भी मौजूद थे। अंबानी परिवार के कई अन्य सदस्य और सगे संबंधी भी आए थे।
गया का पितृपक्ष मेला भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जिसमें लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण और श्राद्ध करते हैं। यह मेला हर साल आश्विन महीने में लगता है जिसे पितृपक्ष भी कहा जाता है। यह सितंबर से अक्टूबर के बीच आता है और विशेष रूप से गया शहर में आयोजित होता है। पितृपक्ष मेले में देश के सभी राज्यों से लोग पिंडदान के लिए आते हैं। इसके अलावे विदेशों से आए श्रद्धालु भी गया में आकर अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान करते हैं।
पितृपक्ष, हिंदू धर्म में पितरों की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित 16 दिनों का समय होता होता है। इसे श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है। पितृपक्ष में पितरों को श्रद्धा और सम्मान के साथ याद किया जाता है और उनके लिए पिंडदान, तर्पण, और ब्राह्मण भोज का आयोजन किया जाता है। गया में लगने वाला पितृपक्ष मेला विश्व भर में प्रसिद्ध है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरकार सभी प्रकार की सुविधाओं का प्रबंध करती है।