बिहार: भ्रष्टाचारी अंचालधिकारी के ठिकानों पर छापेमारी कर रही एसवीयू की टीम, कालाधन कमाने का आरोप
बिहार में एक और भ्रष्ट अधिकारी के यहां रेड चल रही है. मिली जानकारी के अनुसार बिहार सरकार के निलंबित सीओ प्रिंस राज के ठिकानों पर स्पेशल विजिलेंस की यूनिट रेड करने पहुंची है. बताया जा रहा है कि प्रिंस राज के पास प्रथम दृष्टया 28 लाख की आय से अधिक संपत्ति का मामला सामने आया है. आय से अधिक संपत्ति मिलने पर स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने केस दर्ज किया है. यह केस उनके ही थाने में दर्ज किया गया है. कई संपत्तियों की जानकारी उन्होंने सरकारी स्तर पर नहीं दी है. स्पेशल विजिलेंस यूनिट को आशंका है कि आय से अधिक संपत्ति का मामला और भी बढ़ सकता है.
बिहार में एक और भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है. सीओ प्रिंस राज के ठिकानों पर छापेमारी की गई है, जिसमें आय से अधिक संपत्ति का मामला सामने आया है. शेखपुरा और मधुबनी जिलों में छापेमारी चल रही है, जिसमें 90 प्रतिशत आय से अधिक संपत्ति मिली है. डीएसपी स्तर के अधिकारी छापेमारी का नेतृत्व कर रहे हैं. हाल ही में सरकार ने अंचलाधिकारी को निलंबित किया था.
स्पेशल विजिलेंस यूनिट की छापेमारी
स्पेशल विजिलेंस यूनिट की छापेमारी में सीओ प्रिंस राज के मधुबनी आवास की तस्वीर सामने आई है. इस छापेमारी में कई संपत्तियों का खुलासा हुआ है, जिनकी जानकारी उन्होंने सरकारी स्तर पर नहीं दी थी. स्पेशल विजिलेंस यूनिट को शक है कि आय से अधिक संपत्ति का मामला और बढ़ सकता है.
प्रिंस राज के दो मैट्रिक सर्टिफिकेट
प्रिंस राज को 2019 में बिहार सरकार के राजस्व सेवा में सीओ के पद पर बहाल किया गया था. स्पेशल विजिलेंस यूनिट की छापेमारी में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. सीओ ने दो बार मैट्रिक की परीक्षा दी है और दोनों बार अलग-अलग नाम से पास की है. 2004 में धर्मेंद्र कुमार के नाम से और 2006 में प्रिंस राज के नाम से मैट्रिक परीक्षा पास की है. दोनों सर्टिफिकेट स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने जप्त कर लिए हैं. स्पेशल विजिलेंस यूनिट के सूत्रों ने यह जानकारी दी है.