दरभंगा मेट्रो निर्माण की हलचल तेज, पहले कॉरिडोर में बनेंगे 12 स्टेशन; LNMU से लहेरियासराय तक होगा अंडरग्राउंड निर्माण
दरभंगा मेट्रो रेल निर्माण (Darbhanga Metro) में थोड़ी तेजी अब दिखने लगी है. मेट्रो रेल निर्माण कम्पनी और BSRDC के अधिकारियों की बैठक डीएम राजीव रौशन के साथ हुई जिसमें भीड़-भाड़ वाले इलाके में मेट्रो निर्माण से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई. इस बैठक में अधिकारियों ने तय किया कि ललित नारायण मिथिला विश्विद्यालय से लहेरियासराय तक अंडर ग्राउंड मेट्रो निर्माण किया जाएगा. डीएम ने राइट्स के अधिकारियों को यह सुझाव दिया है. पहले चरण में 12.70 किलोमीटर मेट्रो रेल लाइन का निर्माण होना तय है. पहले कॉरिडोर में कुल 12 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे.
बैठकों का दौर जारी
बता दें बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन और राइट्स लिमिटेड के अधिकारियों ने दरभंगा मेट्रो रेल परियोजना के दोनों कॉरिडोर का स्थल निरीक्षण करके डीएम के साथ विशेष बैठक इससे पहले भी की है. इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई.
पहले चरण में यह काम होगा…
इस बार की बैठक के दौरान यह भी चर्चा हुई कि खासकर वीआईपी इलाके वाले रोड में अधिक भीड़भाड़ और ट्रैफिक जाम की समस्या को देखते हुए इसके लिए कोई अलग व्यवस्था की जानी चाहिए. इस मामले को लेकर डीएम राजीव रौशन ने BSRDC और निर्माण कम्पनी राइट्स के अधिकारियों को पहले चरण में बनने वाले मेट्रो रेल LNMU से लहेरियासराय तक अंडरग्राउंड करने के सुझाव दिया है.
यहां बनेगा अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन…
डीएम राजीव रौशन ने कहा कि शहर में मेट्रो के निर्माण के लिए संबंधित BSRDC और राइट्स के अधिकारियों के साथ चर्चा हुई है. हमने उनसे आग्रह किया है कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से लहेरियासराय तक अधिक भीड़भाड़ को देखते हुए इतनी दूरी में अंडरग्राउंड मेट्रो का निर्माण किया जाए. बाकी की लाइन और स्टेशन जमीन से ऊपर रखा जा सकता है.
दरभंगा में मेट्रो स्टेशनों की जानकारी, एक नजर में…
दरभंगा मेट्रो रेल परियोजना के तहत पहले कॉरिडोर में स्टेशनों की संख्या 12 होगी. इनमें दरभंगा एयरपोर्ट, दिल्ली मोड़ रानीपुर, पीटीसी, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा रेलवे स्टेशन, होलीक्रॉस स्कूल, दोनार चौक, डीएमसीएच, लहेरियासराय, जिला कोर्ट, खाजासराय, पंडासराय व रामनगर आईटीआई होगा. दूसरे कॉरिडोर में कुल आठ मेट्रो स्टेशन का निर्माण होना है. यह लहेरियासराय समाहरणालय से सैदनगर, एकमी घाट, चित्रगुप्त नगर, एफ वन, एफ टू और एम्स निर्माण स्थल सोभन होगा.