बिहार: तनिष्क से 10 करोड़ लूटने वालों के साथ रास्ते में हो गई छिनतई; बालू माफियाओं ने छीन लिये थे जेवर
बिहार के आरा में हुए बहुचर्चित तनिष्क ज्वेलरी शोरूम लूटकांड ने अब एक नया और चौंकाने वाला मोड़ ले लिया है. जिस वारदात में करोड़ों की ज्वेलरी लूटी गई थी, उसी लूट का एक बड़ा हिस्सा अपराधियों के हाथ में टिक नहीं सका. लूट के बाद जब बदमाश भाग रहे थे, तो रास्ते में उन्हें खुद दूसरी ‘लूट’ का शिकार होना पड़ा.
छपरा की ओर भाग रहे थे लुटेरे, बालू माफियाओं ने छीन लिए जेवरात
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, घटना के दिन लूट को अंजाम देने के बाद अपराधियों का एक गिरोह छपरा की ओर भाग रहा था. गंगा पार करने के लिए जब वे एक नाव पर सवार हुए, तब वह नाव इलाके के कुख्यात बालू माफियाओं की थी. माफियाओं को जब पता चला कि इन लोगों के पास भारी मात्रा में सोना और हीरे हैं, तो उन्होंने उन्हें घेरकर जबरन जेवरात छीन लिए. कुछ जेवर अपराधियों के पास बचे रहे, जिनमें से कुछ को पुलिस ने बाद में मुठभेड़ और छापेमारी के दौरान बरामद किया.
जांच करते-करते पुलिस बालू माफिया तक पहुंची है
इस सनसनीखेज खुलासे के बाद पुलिस भी हैरान रह गई. लूट की जांच करते-करते अब पुलिस बालू माफिया तक जा पहुंची है. मनेर के दियारा इलाके में लगातार छापेमारी की जा रही है. हाल ही में पुलिस ने वहां से कुछ बदमाशों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से लूट के जेवरात भी बरामद किए हैं.
गौरतलब है कि इस लूटकांड में अब तक 10 अपराधी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि एक शूटर चुनमुन झा मुठभेड़ में मारा गया था. पुलिस को उम्मीद है कि बालू माफिया की गिरफ्तारी के बाद लूटे गए जेवरात का पूरा रहस्य सामने आ जाएगा.
मामले में पुलिस का क्या कहना है?
फिलहाल पुलिस पूरे मामले में गोपनीयता बनाए हुए है और आधिकारिक रूप से कोई बयान जारी नहीं किया गया है. लेकिन सूत्रों की मानें तो जल्द ही एक बड़ी कार्रवाई की घोषणा की जा सकती है. इस लूटकांड की कहानी अब सिर्फ अपराध तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह बालू माफिया और संगठित अपराध की मिलीभगत का बड़ा उदाहरण बनकर सामने आ रही है.