बहन के शादी की मजबूरी में बिका घर, शोहरत मिलते ही 10 गुना पैसा देकर फिर खरीदा लिया… ऐसे थे राजू श्रीवास्तव
कॉमेडी किंग राजू श्रीवास्तव अब इस दुनिया में नहीं रहे। उन्होंने 21 सितंबर को दिल्ली में आखिरी सांस ली। सोशल मीडिया पर लगातार शोक जताने वालों का तांता लगा हुआ है। फैंस उनकी निधन की खबर सुनकर काफी दुखी हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राजू श्रीवास्तव ने जितना अपनी प्रोफेशनल लाइफ में बड़े उतार चढ़ाव देखे उसी तरह उनकी निजी जिंदगी भी काफी मुश्किलों भरी रही।
राजू श्रीवास्तव को बहन की शादी के लिए बेचना पड़ा घर
राजू श्रीवास्तव के निधन की खबर सुनकर कानपुर में उनके घर के बाहर लोगों की भीड़ लगी हुई है। लोग ऐसा बताते हैं कि जितना राजू के संबंध बॉलीवुड जगत में अच्छे थे उतने ही उनके आसपास के लोगों से भी थे। वह हमेशा सभी से अच्छे से बात करते थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि, एक समय ऐसा भी था जब राजू श्रीवास्तव के पास अपनी बहन की शादी करने के लिए पैसे नहीं थे और उन्हें अपना घर बेचना पड़ा।
आर्थिक तंगी से जूझ रहा था परिवार
राजू श्रीवास्तव ने अपने परिवार के हर कठिन समय में उनका साथ दिया है। एक समय ऐसा आया जब उनका परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था और उस वक्त उनकी बहन की शादी करने के लिए पैसे नहीं थे। लेकिन इसके बावजूद राजू श्रीवास्तव अपना भाई होने का फर्ज नहीं भूले और 3 लाख में बेचकर अपनी बहन की शादी की। जिसके बाद उनका परिवार किराए के घर में रहने लगा।
वापस इस तरह खरीदा अपना घर
जब राजू श्रीवास्तव को अपने करियर में सफलता मिली तो उन्होंने फैसला लिया कि, वह उसी घर को वापस से खरीदेंगे। जिसके लिए उन्होंने उसकी 10 गुना कीमत चुकाई। यानी की उन्होंने अपने घर को 28-30 लाख की कीमत में वापस खरीदा और उनका परिवार उस घर में फिर से रहने लगा।
जब बीमार पड़ने से पहले राजू श्रीवास्तव आए थे घर
स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि, बीमार होने से पहले राजू श्रीवास्तव कानपुर में एक शादी समारोह में आए थे। जहां उन्होंने लोगों की आर्थिक मदद की थी। वह जब भी घर आते थे तो सभी के लिए एक मिठाई का डिब्बा जरूर लाते थे। राजू श्रीवास्तव की इन बातों को याद कर लोग काफी इमोशनल हो गए।
नहीं रहे राजू श्रीवास्तव
बता दें कि महज 58 साल की उम्र में राजू श्रीवास्तव ने दिल्ली एम्स में आखिरी सांस ली। उन्हें 10 अगस्त को अचानक दिल का दौरा पड़ा। 42 दिनों की जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे राजू श्रीवास्तव के ठीक होने के लिए लोगों ने मंदिर जा-जाकर प्रार्थना की। लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशें भी उनका बचा नहीं पाई। अब वह हम सबके बीच नहीं रहे। लेकिन उनकी यादें हमारे दिलों और दिमाग में हमेशा रहेंगी।