PM मोदी के छोटे भाई का हुआ रोड एक्सीडेंट, साथ में पत्नी-बच्चे भी थे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी कर्नाटक में एक सड़क हादसे में घायल हो गए. उनके साथ परिवार के कई और सदस्य भी थे. यह हादसा 26 दिसंबर की दोपहर मैसूर में हुआ. जानकारी के मुताबिक, प्रहलाद मोदी अपनी पत्नी, बहू और पोते के साथ मैसूर से बांदीपुरा जा रहे थे. दुर्घटना के बाद प्रह्लाद मोदी और बाकी लोगों को मैसूर के JSS अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
दुर्घटना के बाद उनकी मर्सिडीज कार की तस्वीर सामने आई है. इसमें कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त दिख रहा है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस ने बताया है कि सभी को “मामूली चोटें” आई हैं. यह दुर्घटना काडाकोला के नजदीक दोपहर करीब डेढ़ बजे हुई है. पुलिस के मुताबिक डिवाइडर से टकराने के कारण यह हादसा हुआ है. सूत्रों ने बताया कि हादसे के बाद मैसूर की एसपी सीमा लतकर घटनास्थल और अस्पताल दोनों जगह पहुंची.
मैसूर के बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा ने ट्विटर पर बताया कि सभी खतरे से बाहर हैं. उन्होंने लिखा है कि सिर्फ प्रह्लाद मोदी के पोते के बाएं पैर में फ्रैक्चर आया है. लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है.
Our beloved PM @narendramodi ji’s brother Pralhad Modiji’s family met with an accident near Kadakol, Mys. All are out of any kind of danger. Only the grand son has fractured his left leg. Nothing to worry. pic.twitter.com/kauqTRdQSn
— Pratap Simha (@mepratap) December 27, 2022
सरकार के खिलाफ लगातार किया विरोध
प्रह्लाद मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छोटे भाई हैं. वो ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन (AIFPSDF) के उपाध्यक्ष हैं. वो कई बार सरकार की नीतियों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए हैं. इस साल अगस्त में वो दिल्ली के जंतर-मंतर में एक धरने में शामिल हुए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रह्लाद मोदी साल 2001 में AIFPSDF की स्थापना के वक्त से जुड़े हैं. पहले वो PDS के तहत आने वाली एक राशन दुकान चलाते थे.
प्रह्लाद मोदी बीजेपी सरकार की नीतियों की आलोचना करते रहे हैं. हालांकि ये भी बोलते रहे हैं कि वो अपने भाई की नहीं, बल्कि सरकार की नीतियों की आलोचना करते हैं. मार्च 2015 में उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार लोगों की उम्मीदों पर खड़ी नहीं उतरी है और लोगों की समस्याओं का समाधान करने में नाकाम रही है. साल 2021 में भी प्रह्लाद मोदी ने जीएसटी को लेकर अपना गुस्सा जाहिर किया था. उन्होंने व्यापारियों से तब तक जीएसटी नहीं भरने की अपील की थी, जब तक ट्रेडर एसोसिएशन की मांगें ना पूरी हो जाए.