बिहार से मजदूर का काम करने गये थे पूर्वज अब इस देश के राष्ट्रपति बनकर प्रवासी भारतीय समारोह के मुख्य अतिथि बने
देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में जारी 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दूसरे दिन यानी आज सोमवार (9 जनवरी) को पीएम मोदी ने कार्यक्रम में शिरकत की। इस समारोह के सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी को चीफ गेस्ट के रूप में आमंत्रित किया गया था। बता दें कि, 3 फरवरी, 1959 को सूरीनाम के लेलीडॉर्प में जन्मे चंद्रिका प्रसाद संतोखी के पूर्वज बिहार से ताल्लुक रखते थे। गत वर्ष प्रवासी दिवस पर राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद ने आयोजन को वर्चुअली सम्बोधित किया था। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत ‘का हाल बा’ कहकर की थी, जिसने भारतीयों का दिल जीत लिया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनके पिता बिहार से मजदूर के रूप में सूरीनाम आए और बंदरगाह पर काम किया। वहीं, उनकी मां एक दुकान पर काम करती थीं। उनके नौ भाइयों-बहन हैं। 1978 में चंद्रिका प्रसाद को नीदरलैंड के एपेलडॉर्न में नीदरलैंड्स पोलिटिया एकेडेमी में पढ़ाई करने के लिए स्कॉलरशिप मिली। 1982 में एप्लाइड रिसर्च में उन्होंने अपना ग्रेजुएशन किया। इसके बाद नीदरलैंड्स की पुलिस एकेडमी में चार साल तक प्रशिक्षण लिया। 1982 में सूरीनाम वाापस लौटे और पुलिस विभाग में नौकरी शुरू की। 1989 में उनके काम को देखते हुए उन्हें राष्ट्रीय आपराधिक जांच विभाग का निदेशक नियुक्त कर दिया गया और दो वर्षों बाद 1991 में वे पुलिस विभाग के मुख्य आयुक्त बन गए।
2005 में चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने न्याय और पुलिस मंत्री के तौर पर सेवाएं दी और 2011 में प्रोग्रेसिव रिफार्म पार्टी (PRP) के अध्यक्ष का पद संभाला। इसके बाद 19 जुलाई 2020 को उनका विवाह हुआ, यानी शादी होने से पहले ही उन्होंने अपनी मेहनत से काफी सफलताएं अर्जित कर ली थी।
गत वर्ष जुलाई में नेशनल एसेंबली ने पूर्व न्याय मंत्री संतोखी निर्विरोध सूरीनाम के राष्ट्रपति चुने गए। चंद्रिका प्रसाद संतोखी जब लेटिन अमेरिकी देश सूरीनाम के राष्ट्रपति चुने गए तो उन्होंने अंग्रेजी में नहीं बल्कि संस्कृत में शपथ ग्रहण की, जो पूरे विश्व में चर्चा का विषय बनी। लगभग 6 लाख आबादी वाले सूरीनाम में 27.4 प्रतिशत आबादी भारतीय मूल की हैं। यह वहां का सबसे बड़ा समूह है। राष्ट्रपति संतोखी की पार्टी भारतीय समुदाय का प्रतिनिधित्व करती है और उनकी पार्टी को एक समय वहां युनाइटेड हिंदुस्तानी पार्टी के नाम से जाना जाता था।