लोकसभा की कार्यवाही के दौरान बुधवार को दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए, जिसके बाद हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगति करना पड़ा। सदन में शून्यकाल के दौरान दोपहर करीब एक बजे दर्शक दीर्घा से दो व्यक्ति सदन में कूदे और इनमें से एक व्यक्ति मेज को फांदते हुए आगे की ओर भाग रहा था। सुरक्षाकर्मियों और कुछ सांसदों ने उसे घेर लिया। बाद में दोनों को पकड़ लिया गया। पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद दोपहर दो बजे लोकसभा की कार्यवाही को दोबारा शुरू किया गया तो स्पीकर ओम बिरला ने बताया कि हम जिस धुएं को लेकर चिंतित थे, वह साधारण ही था। ऐसे में चिंता की कोई बात नहीं है।
सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा, ”शून्यकाल के दौरान जो घटना हुई है, लोकसभा अपने स्तर पर उसकी जांच कर रही है। दिल्ली पुलिस को भी इसकी जानकारी दे दी गई है और वह मामले की जांच कर रही है। हम जिस धुएं को लेकर चिंतित थे, वह साधारण ही था। इसलिए चिंता की बात नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि जब जांच की रिपोर्ट आएगी तो सदन को अवगत कराया जाएगा।” लोकसभा स्पीकर ने सदन को बताया कि वह दोनों लोग पकड़ लिए गए हैं और उनकी सामग्री को जब्त कर लिया गया है। इसके अलावा, जो दो लोग बाहर थे, उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस दौरान सदन में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि संसद हमले की बरसी के अवसर पर ऐसी घटना कैसे हो गई? इससे क्या साबित होता है कि जो सावधानी बरतनी चाहिए थी, उसे नहीं बरता गया? कांग्रेस नेता ने पूछा कि आखिर संसद की सिक्योरिटी करने वाले अधिकारी कहां थे?
संसद हमले की 22वीं बरसी पर सुरक्षा में भारी चूक
संसद हमले की 22वीं बरसी पर लोकसभा की सुरक्षा में भारी चूक देखने को मिली है। आज संसद भवन पर हुए हमले की 22वीं बरसी है, जिस दौरान लोकसभा में यह भारी चूक देखने को मिली। घटना के बाद कुछ सांसदों ने बताया सदन में कूदने वाले व्यक्तियों ने कुछ ऐसे पदार्थ का छिड़काव किया, जिससे गैस फैल गई। कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि सदन में दो लोग कूदे।
समाजवादी पार्टी के सांसद एस टी हसन ने कहा कि दर्शक दीर्घा से दो लोग लोकसभा कक्ष में कूदे और जूते से कुछ ऐसी चीज निकाली, जिससे गैस फैलनी शुरू हो गई। उन्होंने कहा, ”यह गैस कैसी थी, यह कोई जहरीली गैस तो नहीं थी। हमें संसद की सुरक्षा में भारी गंभीर खामी नजर आ रही है। इस तरह से तो कोई जूते में बम रखकर आ सकता है।” हसन ने कहा कि इस तरह की सुरक्षा चूक पर आगे ध्यान देने की जरूरत है। संसद की सुरक्षा में चूक की यह घटना 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन हुई है।
बिहार के रोहतास जिले से एक ऐसी मां की कहानी सामने आई है, जिसने अब…
भारत और पाकिस्तान सीजफायर के लिए सहमत हो गए हैं। भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री…
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े राज्य सरकार वैशाली जिले में आमश-दरभंगा रोड स्थित…
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है…
यहां क्लिक कर हमसे व्हाट्सएप पर जुड़े राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियिम के तहत अगस्त 2025…
भारत और पाकिस्तान में चल रहे तनाव के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार…