कैंसर पीड़ित पत्नी की ह’त्या से पहले घर में हुई थी जबरदस्त मारपी’ट, पति-पत्नी के झगड़े व गुस्से ने उजाड़ा भरा-पूरा परिवार
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समस्तीपुर/विद्यापतिनगर :- गुस्सा इतनी खराब चीज है कि उसके सामने वर्षों की बनी-बनाई चीजें बर्बाद हो जाती हैं। पति-पत्नी के झगड़ेे ने ऐसा रूप लिया कि पूरा परिवार ही बिखर गया है। विद्यापतिनगर थाना क्षेत्र के साहिट गांव में बुधवार की सुबह करीब 9.25 बजे ऐसा ही कुछ देखने को मिला। इस हृदयविदारक घटना ने एक साथ कई सवालों को अपने पीछे छोड़ गई। एक पेट्रोल पंप के संचालक ने धारदार हथियार से हमला कर पत्नी की हत्या कर दी। उसे बचाने आई मां, बेटी और इकलौते बेटे को भी बुरी तरह जख्मी कर दिया।
इसके बाद वह बाइक से घर से करीब 15 किलोमीटर दूर बछवाड़ा थाना क्षेत्र के फतेहा सुरो ढाला के पास पहुंचा और मालट्रेन से कटकर जान दे दी। लोगों ने उसकी मां, छोटी बेटी और बेटे को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मिर्जापुर में भर्ती कराया। हत्या से पहले घर में जबरदस्त मारपीट हुई होगी। कमरों का सामान बिखेरा परा था तो वहीं यत्र-तत्र खून के धब्बे फैले थे। आखिर क्या वजह थी की व्यवसायी ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया! उन्होंने यह कदम क्यों उठाया लोगों की समझ से परे है। स्थानीय लोगों ने कहा कि किसी बात को लेकर आपस में विवाद हुआ था। इसके बाद गुस्से में नीशू सिंह ने यह कदम उठाया। वैसे, लोग नीशू सिंह को बेहद शांत स्वभाव का बता रहे हैं।
बताया गया है कि साहिट गांव निवासी सेवानिवृत्त सेल टैक्स अधिकारी स्व.राजेश्वरी प्रसाद सिंह के पुत्र व पेट्रोल पंप संचालक राजेश प्रकाश उर्फ निशु सिंह की किसी बात को लेकर सुबह पत्नी से विवाद हुआ। इसके बाद आपा खोए निशु ने पत्नी पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस दौरान बीच-बचाव करने पहुंची मां कुमुद सिंह, छोटी पुत्री नंदनी और पुत्र राजवीर कुमार पर भी हमला किया। इसमें तीनों गंभीर रूप से जख्मी हो गए, जबकि उसकी पत्नी अनामिका देवी (42) की मौके पर ही मौत हो गई।
पत्नी से हुआ था विवाद
घटना के दौरान घर में मौजूद बड़ी बेटी प्रियदर्शनी ने किसी तरह अपनी जान बचाते हुए घर की चहारदीवारी से कूदकर घटना की जानकारी लोगों को दी। लोगों ने मौके पर पहुंचकर तीनों घायलों को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। इस बीच घटना को अंजाम देने के बाद राजेश प्रकाश उर्फ निशु सिंह घर से अपनी बाइक से निकला और फतेहा सुरो रेलवे ढाला के पास पहुंचा।
यहां मालगाड़ी से कटकर खुदकुशी कर ली। बछवाड़ा रेल पुलिस ने मृत राजेश प्रकाश के शव को पोस्टमार्टम के बाद स्वजन को सौंप दिया। वहीं विद्यापतिनगर थाने की पुलिस ने निशु की पत्नी अनामिका के शव को पोस्टमार्टम के बाद स्वजन को सौंप दिया।
डीएसपी दिनेश कुमार पांडेय ने बताया कि पारिवारिक विवाद में इस तरह की घटना हुई। पुलिस हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच में जुटी है। मां को खून से सना देख बच्चों ने विरोध किया तो निशु ने सभी पर वार किया था।
पत्नी थी गले के कैंसर से पीड़ित
पेट्रोल पंप संचालक राजेश प्रकाश उर्फ निशु सिंह ने बड़ी ही निर्ममता से गले की कैंसर से पीड़ित पत्नी अनामिका पर पघरिया से वार कर हत्या कर दी। बड़ी बेटी ने लोगों को बताया कि मम्मी घर के रसोई घर में खाना बना रही थी। पापा राजा चौक से लौटने पर खाना खा रहे थे। इसी दौरान पिता जी ने मम्मी से कुछ मांगा पर रसोई घर में मम्मी कुछ सुन नहीं पायी। इसी बात को लेकर पापा ने गुस्से में आकर घर में रखा पघरिया लेकर मम्मी पर वार कर दिया।
घर से कहकर निकला था जा रहा हूं आत्महत्या करने
पत्नी के साथ बीच बचाव करने आई मां ,बेटी और पुत्र को धारदार हथियार से जख्मी करने के बाद वह खुद अपनी बाइक से यह कहते हुए घर से निकला था कि में ट्रेन से कटने जा रहा हूं। मेरे पीछे मत आना। इसके बाद वह अपनी बाइक से सरपट बछवाड़ा थाना क्षेत्र के सुरो ढाला रेलवे गुमटी के पास जाकर मालगाड़ी ट्रेन से कट कर खुदकुशी कर ली।