RPF की स्पेशल टीम ने समस्तीपुर डीजल शेड के असिस्टेंट मेकेनिकल इंजीनियर को किया गिरफ्तार, रेल इंजन बेचे जाने का है मामला
व्हाट्सएप पर हमसे जुड़े
रेल इंजन बेचे जाने के मामले में आरपीएफ की स्पेशल टीम ने गुरुवार को समस्तीपुर मंडल मुख्यालय परिसर स्थित केंद्रीय विद्यालय रोड में छापेमारी कर समस्तीपुर डीजल शेड के एएमई (असिस्टेंट मेकेनिकल इंजीनियर) केके शंकर को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान टीम के सदस्य कुछ देर के लिए उन्हें लेकर डीजल शेड स्थित उनके कार्यालय में भी पहुंची। माना जा रहा है कि टीम ने कार्यालय से कुछ कागजात भी जब्त किया है। आरोप है कि इस मामले में आरोपी बने सीनियर सेक्शन इंजीनियर आरआर झा के साथ मिल कर गलत चलान बनाया जाता था।
जिसके जरिये रेलवे मंडल के विभिन्न स्थानों पर पड़े रेलवे के स्क्रैप को अवैध तरीके से उठाकर बेच कर लोग अपनी जेब गर्म कर लेते थे। एएमई की गिरफ्तारी की पुष्टि मंडल सुरक्षा आयुक्त एसजेए जानी ने की है। गौरतलब है कि कुछ माह पूर्व इस मामले का मास्टर माइंड सीनियर सेक्शन इंजीनियर आरआर झा ने कोर्ट में सरेंडर किया था। पूछताछ के दौरान आरआर झा ने इस मामले में कई अधिकारियों के संलिप्त होने की जानकारी दी थी।
आरपीएफ सूत्रों ने बताया कि आरआर झा ने स्पेशल टीम को जानकारी दी थी इस मामले में वह बहुत छोटे स्तर के अधिकारी हैं। इस कारोबार में बड़े-बड़े अधिकारी लगे हैं। जिनका महीना भी फिक्स है। उन्होंने आरपीएफ के इंस्पेक्टर से लेकर पूर्व के एक कमांडेंट का भी नाम लिया था। किसको कितनी राशि कारोबारी पहुंचाते थे इसकी जानकारी भी उसने टीम को दी थी।
यह है रेल इंजन बेचने का मामला :
आरपीएफ को सौंपे गए मेमो की जांच डीजल शेड से कराई जाती है तो एएमई द्वारा इसे फर्जी बताया जाता है। इसके बाद इस मामले में बनमनखी आरपीएफ पोस्ट पर सीनियर सेक्शन इंजीनियर आरआर झा, कर्मी सुशील कुमार समेत आठ लोगों पर मामला दर्ज होता है।