मोहिउद्दीननगर में शादाब ने ही रची थी अपने घर लूट की साजिश, पुलिस ने ऐसे किया खुलासा; तत्कालीन थानाध्यक्ष को भी होना पड़ा था सस्पेंड
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समस्तीपुर :- समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीननगर थाना क्षेत्र अंतर्गत करीमनगर में मो. शादाब के घर में बीते 18 मार्च को हुए लूट मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है। पुलिस ने इस घटना में संलिप्त पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से व उनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त एक देशी कट्टा, तीन जिंदा कारतूस, एक स्टील का चाकू, लूटे गए जेवरात और लूट एवं घटना में प्रयुक्त कुल तीन मोबाइल बरामद किया है।
इसके अलावा पुलिस ने उन लोगों के पास से शरीर को सुन्न कर देने वाला इंजेक्शन और दवा भी बरामद किया है। पुलिस के अनुसार इस लूट घटना का वादी मो. शादाब ने ही अपने सहयोगियों के साथ मिलकर अपने ही घर में लूट की साजिश रची थी। इस घटना के बाद समस्तीपुर एसपी के निर्देश पर पटोरी एसडीपीओ के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था। मामले में तत्कालीन थानाध्यक्ष को एसपी ने निलंबित कर दिया था। उन्होंने लूट की घटना को चोरी का बता मामला दर्ज किया था।
तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर टीम ने इस घटना को कारित करने वाले व इसमें संलिप्त पांच अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। जिनकी पहचान पटना जिले के फुलवारीशरीफ थाना क्षेत्र के फुलवारीशरीफ निवासी मो. नूरूल के पुत्र और वर्तमान में करीमनगर में रहने वाले अरमान उर्फ मन्ना, मोहिउद्दीननगर थाना क्षेत्र के शेखटोली कसाई मुहल्ला निवासी मो. लाल मियां के पुत्र मो. अकबर, लूट का मोबाइल खरीदने वाले पटोरी थाना क्षेत्र के हसनपुर सूरत निवासी प्रदीप साह के पुत्र सोनू कुमार एवं लूट की गई जेबरात को खरीदने वाले गौरी शंकर के पुत्र शंकर साह तथा करीमनगर के हीं रहने वाले मो. मजहर के पुत्र मो. जिशान के रूप में हुई है।
वहीं घटना का मास्टरमाइंड मो. शादाब अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है और फरार बताया गया है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। इस बाबत समस्तीपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए समस्तीपुर एसपी ने बताया कि इस घटना को इस कांड के वादी मो. शादाब ने ही पूरी योजना तैयार कर अपने साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया।
कांड के वादी मो. शादाब ने सर्वप्रथम अपने साथियों मो. अरमान उर्फ मन्ना, मो. अकबर, पप्पू एवं मो. जिशान के साथ मिलकर 15 मार्च को शादाब की दादी के चले जाने के बाद घटना करने की योजना बनाई गई। 18 मार्च की रात्रि मो. शादाब ने अपने सभी साथियों को घर पर बुलाया जिसमें मो. अकबर और पप्पू घर के अंदर हथियार एवं चाकू लेकर घर में घुसे तथा मो. अरमान एवं मो. जिशान घर के दरवाजे के पास खड़ा हो गया।
तय योजना के अनुसार मो. शादाब ने शरीर को सून करने वाला पेन किलर सूई ले लिया। मो. अकबर और पप्पू ने मो. शादाब को हथियार के बल पर कब्जे में लेते हुये कमरा न खोलने पर जान मारने की धमकी देते हुये उसके भाभी का कमरा खुलवाने के लिये मजबूर किया। मो. शादाब के भाभी के द्वारा दरवाजा खोलने के बाद दोनों अपराधियों ने मो. शदाब के साथ मारपीट की तथा उसकी भाभी को चाकू का भय दिखाकर कमरे का गोदरेज खुलवाया तथा गोदरेज में रखा नगद रुपए, जेवरात एवं कमरे में रखा मोबाईल लेकर चले गए थे।