जिस पिस्टल से हुई अतीक अशरफ की हत्या, वो भारत में बैन, तुर्किए करता है निर्माण, कीमत 6 से 7 लाख
अतीक अहमद और अशरफ अहमद की 15 अप्रैल की शाम तीन लोगों ने प्रयागराज के एक अस्पताल के बाहर गोली मार कर हत्या कर दी। इस हत्या में इस्तेमाल की गयी पिस्टल का नाम जिगाना (Zigana) है। यह भारत में बैन है, जिगाना (Zigana) पिस्टल तुर्की (Turkey) में बनाई जाती है और इसकी कीमत 6 से 7 लाख के बीच बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक इस ही पिस्टल के साथ लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्या ने अतीक और अशरफ की हत्या की थी। सूत्रों के मुताबिक सनी के किसी बड़ी गैंग से जुड़े होने की बात भी सामने आ रही है। फिलहाल तीनों हत्यारे पुलिस की गिरफ्त में हैं।
क्या है जिगाना (Zigana) पिस्टल की खासियत?
जिगाना है एक सेमी औटोमेटिक पिस्टल है। इसका निर्माण तुर्की की एक कंपनी करती है। इसका उत्पादन 2001 में किया गया था। इसकी कीमत 6 से 7 लाख बताई जाती है। भारत में यह पिस्टल बैन है इसलिए इसे अवैध तरीके से लाया जाता है। इसका इस्तेमाल सिर्फ तुर्की में ही नहीं बल्कि इसे मलेशियाई आर्मी, अजरबैजान आर्मी, फिलिपिन आर्मी और कई बड़े देशों में होता है।
FIR दर्ज
इस मामले को लेकर पुलिस ने रविवार की सुबह तीन आरोपियों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस ने बताया कि प्रयागराज के धूमनगंज थाना प्रभारी निरीक्षक (SHO) राजेश कुमार मौर्य ने शाहगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई।
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, अतीक अहमद और अशरफ की हत्या में लवलेश तिवारी (बांदा), मोहित उर्फ सनी (हमीरपुर) और अरुण मौर्य (कासगंज-एटा) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ IPC की धाराओं 302 (हत्या) और 307 (हत्या के प्रयास) के अलावा आयुध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को रात में ही पकड़ कर घटना में प्रयुक्त असलहों को बरामद कर लिया था।