समस्तीपुर मेडिकल कॉलेज इस साल हो जाएगा तैयार; MBBS की 130 सीटों पर होगा नामांकन, 500 मरीजों को भर्ती करने की होगी सुविधा
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इस साल समस्तीपुर और छपरा मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो जाएंगे। इसके बाद यहां लोगों का उपचार शुरू हो जाएगा। इन जिलों के मरीज को पटना आने की जरूरत नहीं होगी और वे मेडिकल कॉलेज में इलाज करा सकेंगे। अगले साल शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र से दोनों मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
समस्तीपुर के सरायरंजन में 591 करोड़ की लागत से राम जानकी चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल निर्माणाधीन है। इस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 130 सीटों पर नामांकन हो सकेगा। जबकि मेडिकल कॉलेज में एक बार में 500 मरीजों को भर्ती करने की सुविधा होगी। इसी तरह छपरा में बन रहा मेडिकल कॉलेज 500 बेड का होगा। यहां एमबीबीएस की 120 सीटों पर नामांकन होगा। इस अस्पताल पर 376.27 करोड़ की लागत आई है।
दो नए मेडिकल कॉलेज व अस्पताल बनने के बाद राज्य में ऐसे संस्थानों की संख्या 11 से बढ़कर 13 हो जाएगी। सरकार ने वर्ष 2028 तक राज्य में एमबीबीएस की सीटें बढ़ाकर साढ़े चार हजार करने का लक्ष्य तय किया है। फिलहाल राज्य में 2,540 सीटों पर एमबीबीएस में नामांकन होता है।
पूर्णिया में शुरू होगी पढ़ाई
पूर्णिया मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार है। यहां एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू करने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि वह मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण कराए। उम्मीद है कि जल्द ही नेशनल मेडिकल काउंसिल की टीम यहां आकर निरीक्षण करे। पिछले साल भी पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई शुरू कराने की कवायद शुरू की गई थी, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी थी। इस वर्ष विभाग को उम्मीद है कि पूर्णिया में एमबीबीएस की 150 सीटों पर पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
तीन और नए मेडिकल कॉलेज का निर्माण जल्द
इस वर्ष बजट में उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने राज्य में तीन और नए मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की है। सुपौल, मोतिहारी और मुंगेर में खुलने वाले मेडिकल कॉलेज के लिए जल्द ही निविदा जारी की जाएगी। निर्माण कार्य शुरू होने के तीन वर्षों के भीतर तीनों मेडिकल कॉलेज का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने हर जिले में एक-एक मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय लिया है। उसी क्रम में नए-नए मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं।