भूत उतारना पड़ेगा, जंतर-मंतर पर पहलवानों के समर्थन में बोले टिकैत- मिर्ची का इस्तेमाल करना पड़ता है
दिल्ली के जंतर-मंतर पर डटे पहलवानों को समर्थन देने के लिए कई किसानों ने दिल्ली में घुसने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें सीमावर्ती इलाकों में रोक दिया। इन सब के बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहलवानों को समर्थन देने के लिए जंतर-मंतर पहुंचे। पहलवानों के धरने में शामिल होने के लिए जंतर-मंतर के लिए निकलने के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि हमारा पहलवानों को पूरा समर्थन है। हम आज ही आगे की कार्रवाई के बारे में फैसला करेंगे। टिकैत ने कहा कि बृज भूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी होनी चाहिए।
पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर पहुंचने के बाद राकेश टिकैत ने केंद्र की मोदी सरकार को सीधे निशाने पर लिया है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि इस मुद्दे पर खाप पहलवानों के साथ है। केंद्र सरकार पर बरसते हुए टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार की आलोचना क्यों नहीं हो रही है? क्या इस मसले पर राहुल गांधी की आलोचना होनी चाहिए? टिकैत ने अपने अंदाज में कहा कि भूत उतारना पड़ेगा। इसके लिए कभी-कभी मिर्ची का भी इस्तेमाल करना पड़ता है और कभी-कभी कुछ और करना पड़ता है। दिल्ली पुलिस बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है?
बॉर्डर के पास लग रहे ट्रैफिक जाम
इधर कई लोगों के इस धरनास्थल पर पहुंचने की संभावना को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने पूरे शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी थी। इसके अलावा पहलवानों के प्रदर्शनस्थल के पास भी अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। इस बात की उम्मीद है कि सैकड़ों किसान दिल्ली के विभिन्न बॉर्डरों से होते हुए इस महापंचायत में शामिल होने के लिए जंतर-मंतर पर आ सकते हैं और पहलवानों को अपना समर्थन दे सकते हैं। अलग-अलग जगहों से किसानों ने जंतर-मंतर की तरफ कूच किया। इसकी वजह से दिल्ली के बॉर्डर इलाकों में ट्रैफिक जाम की समस्या भी खड़ी हो गई। कई वाहन घंटों तक जाम में फंसे रहे। गाजीपुर, टिकरी और सिंघु बॉर्डर से आने-जाने वाली हर गाड़ी की चेकिंग की जा रही है। जो वीडियो सामने आए हैं उसमें नजर आ रहा है कि बॉर्डर इलाके में गाड़ियां सड़कों पर रेंग रही हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा ने शनिवार को पहलवानों समर्थन देने का ऐलान किया था और इसके साथ ही उन्होंने Wrestling Federation of India (WFI) के चीफ बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग भी उठाई थी। एसकेएम की तरफ से कहा गया था कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्मिी उत्तर प्रदेश से मोर्चा के कई नेता रविवार को जंतर-मंतर पर जुटेंगे। इसके साथ ही एसकेएम ने कई महिला पहलवानों के साथ यौन प्रताड़ना के आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग भी उठाई थी। किसान संगठन के इस ऐलान के बाद से पुलिस सीसीटीवी के जरिए भी प्रदर्शन स्थल की निगरानी कर रही है।
CCTV से हो रही निगरानी
सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया गया है ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके। पुलिस की तरफ से कहा गया है कि जंतर-मंतर पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है और धरनास्थल पर आने वाले हर शख्स की तलाशी भी ली जा रही है। इसके अलावा प्रदर्शन स्थल से पहले कई स्थानों पर और विभिन्न सीमावर्ती इलाकों में बैरिकेडिंग भी की गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया है कि हमने गाजीपुर, सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी है और जबरदस्त चेकिंग भी चल रही है।
देश के कई पहलवान बीते 10 दिनों से ज्यादा समय से धरने पर बैठे हैं और कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए हैं। किसान नेता जोगिंदर सिंह ने कहा, ‘वो लोग सत्ता में हैं और किसी ऐसे शख्स के खिलाफ खड़ा होना बेहद ही मुश्किल है जो लंबे समय से अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल करता आया हो।लेकिन हम इसके खिलाफ लड़ते रहेंगे।’ उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का काम है हमें रोकना लेकिन हम जहां जाना चाहते हैं हम वहां जाएंगे। अगर वो हमें ऱोकने की कोशिश करते हैं तो उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी होगी।
बृजभूषण शरण सिंह ने दी सफाई
इन सब के बीच कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने भी अपनी सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि अगर मेरे खिलाफ एक भी आरोप साबित हो गए तो मैं फांसी पर लटक जाऊंगा। 23 अप्रैल को बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक जंतर-मंतर पहुंचे थे। उन्होंने दावा किया था कि छह महिला पहलवान और एक नाबालिग ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन प्रताड़ना का आरोप लगाया था। दिल्ली पुलिस ने इसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और सुप्रीम कोर्ट से नोटिस मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने इस मामले में दो एफआईआर दर्ज किया था।