समस्तीपुर पहुंचे जिला प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे द्वारा कांग्रेस के झंडे पर सवाल उठाने पर किया पलटवार
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समस्तीपुर :- ग्रामीण विकास एवं जिला प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे द्वारा कांग्रेस के झंडे को लेंकर दिए गए बयान पर उन्हें सलाह दी है। उन्होंने कहा कि अश्विनी चौबे को भारत सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। साथ ही उन्हें किसी मंदिर, गिरिजा घर अथवा मस्जिद में जाकर मथा टेकना चाहिए। उन्हें प्रवचन करना चाहिए।
मंत्री श्रवण कुमार सोमवार को जिला में बाढ़ व सुखाड़ को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में भाग लेने के लिए समस्तीपुर आये हुए थे। यह बात उन्हें केंद्रीय मंत्री द्वारा उस बयान पर कहा जिसमें उन्हें कांग्रेस के झंडे पर बैन करने की बात कही थी।
ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि लंबे समय से काम नहीं करने वाले बिहार के एक करोड़ 67 लाख लोगों का जॉब कार्ड को निरस्त किया गया है। वे काम नहीं कर रहे यानी उन्हें काम की जरूरत नहीं है। इस वजह से जॉब कार्ड को निरस्त किया गया। केंद्र सरकार मनरेगा में मानव दिवस का लक्ष्य माना गया तो नहीं मिला। उन्होंने ने पिछले वित्तीय वर्ष में 26 करोड़ 27 लाख मानव दिवस मांग गया था।
लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से मात्र 15 करोड़ मानव दिवस ही दिया गया। जब इसे पूरा कर लिया तो फिर से ढाई करोड़ मानव दिवस दिया केन्द्र की ओर से किया गया। जब इसे भी पूरा कर लिया गया। तो केंद्र ने फिर से साढे़ सात करोड़ मानव दिवस दिया। जिससे काम की स्पीड पर ब्रेक लग गई। जिससे यहां के मजदूर राज्य से बाहर चले गए। केंद्र जानबूझ कर एक साथ लक्ष्य नहीं देती और दिखाना चाहती है कि बिहार मजदूर का पलायन रोकने में असफल है। केंद्र मनरेगा का बकाया राशि नहीं दे रही। केंद्र आगामी वित्तीय वर्ष में कम से कम 30 करोड़ मानव दिसव का लक्ष्य दें। केंद्र दोहरी नीति अपना बंद करें।
मंत्री के कहा कि केंद्र सरकार पिछले दो सालों से बिहार में पीएम योजना के तहत आवास का लक्ष्य नहीं दे रही। 2018-19 में लक्ष्य नहीं मिला। अब 2022 गुजर गया। लेकिन सरकार ने लक्ष्य नहीं दिया। दो सालों से लोग बिना घर के रह रहे हैं। सरकार द्वारा योजना में लक्ष्य नहीं दिया जा रहा। जबकि बिहार गरीब राज्यों में आता है।
समीक्षा बैठक में बाढ़ सुखाड़ पर हुई चर्चा :
जिला प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने जिले के अधिकारी व जनप्रतिनियों के साथ बैठक कर संभावित बाढ़ व सुखाड़ को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने शहर से जलनिकासी को लेकर चलाए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने जनप्रतिनिधियों से सुझाव भी मांगा। ताकि कोई बचा हुआ काम हो तो समय से पूरा कर लिया जाए।
पीएचईडी विभाग के अभियंता को जिले में खराब चापाकल को सर्वे कर मरम्मत कराने का भी निर्देश दिया। मंत्री ने कहा कि सभी स्कूलों में खराब चापाकल को ठीक करावें। जन संसाधन विभाग के अधिकारी को कल से बांधों की समीक्षा कर खतरनाक बांधों को चिन्हित करने को कहा। समीक्षा के दौरान उन्होंने बाढ़ सें पूर्व दवा, पशु चारा, पशु दवा आदि की व्यवस्था कर लेने का आदेश जारी किया।