समस्तीपुर: हर गांव की गलियां सोलर लाइट की रोशनी से नही हो पाया जगमग, तय सीमा में पूरा करना असंभव
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समस्तीपुर :- सरकार के निर्णय के आलोक में जिले के हर गांव की गलियां सोलर लाइट की रोशनी से जगमग नहीं हो सकी। करीब छह माह में 1410 लाइट ही पंचायतों में लग सका है। जबकि इस योजना के तहत 13 हजार 840 लाइट लगाने की योजना है। अब तक जो स्थिति है उसमें तय सीमा में इसे पूरा करना असंभव है। सात निश्चय योजना 2 के तहत इसकी व्यवस्था की गई थी। जिला पंचायत विभाग की ओर से गांव के सभी वार्ड में स्थल का चयन किया गया था। इसको लेकर समस्तीपुर जिले में तीन एजेंसी को चयन किया गया था।
जिले में 346 पंचायत में कुल 4689 वार्ड हैं। प्रथम चरण में सभी पंचायतों के चार चार वार्ड का चयन किया गया था। जहां ग्रामीण सोलर साइट योजना के तहत सभी पंचायत के हर वार्ड में दस-दस लाइट लगाना था। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली हो या ना हों, इन लाइटों को इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ने वाला है। यह दिन में सूरज की रौशनी से चार्ज होंगे और फिर रातभर गांव की गलियों को रौशन करेंगे।
इसमें खास बात यह है कि इन लाइटों को ऑफ ऑन करने के झंझट से भी ग्रामीणों को छुटकारा मिलेगा। दरअसल लाइट में सेंसर सिस्टम काम करेगा, जो शाम ढलते ही अपने आप ऑन हो जाएगी और सुबह की किरण निकलते ही ऑफ हो जाएगी। भीड़भाड़ वाले जगहों को प्राथमिकता ग्राम पंचायत के प्रत्येक वार्ड में 10-10 सोलर लगाने में भीड़ वाली जगहों को प्राथमिकता दी गई थी। इसके अलावा मंदिर, मस्जिद, स्कूल और आंगनबाड़ी केन्द्रों के पास भी सोलर स्ट्रीट लाइट लगाई जाएंगी। इसके लिए और लाइट की व्यवस्था होगी। प्रत्येक सोलर लाइट करीब 20 वाट का होगा जो एलईडी का होगा।
जिला पंचायती राज अधिकारी विष्णुदेव मंडल ने कहा कि निश्चय योजना पार्ट-2 के तहत गांवों में लाइट लगाई जा रही हैं। अब तक 1410 लाइट पंचायतों में लग गयी हैं। अन्य जगहों पर तेज गति से काम जारी है। जल्द ही लक्ष्य के अनुरुप कार्य संपन्न करा लिया जाएगा। सात निश्चय पार्ट-2 के तहत स्वच्छ गांव, समृद्ध गांव के तहत गांवों में ब्रेडा द्वारा चयनित एजेंसियां सोलर स्ट्रीट लाइट लगा रही है।
इन लाइटों की निगरानी भी विभाग रिमोट सिस्टम के द्वारा ऑनलाइन होनी है। इसमें ब्रेडा, पंचायती राज विभाग और बिजली विभाग के जेई प्रमुख भूमिका निभाएंगे। खास बात यह है कि यदि इन लाइटों को किसी कारण 72 घंटे सूर्य की रौशनी नहीं मिलती है तब भी ये गांव की गलियों को रौशन करेंगे। पोल पर लगे सोलर पैनल से सिस्टम में लगी बैटरी चार्ज हो जाएगी।