समस्तीपुर/दलसिंहसराय :- शहर में इन दिनों चोर, लूटेरे पूरी तरह से बेखौफ नजर आ रहे हैं। इनके आतंक से आम आदमी से लेकर व्यवसायी तक परेशान हैं। बीते एक महीने की बात करें तो शहर में करीब एक दर्जन चोरी और लूटपाट की वारदातों को अंजाम दिया गया है। अधिकांश मामलों में चोरी और लूट की सीसीटीवी फुटेज में कैद तो हुए लेकिन पुलिस इनको पकड़ने में नाकाम साबित हुई है।
ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे हैं। बाइक सवार लुटेरों हर जिस तरह शहर में हथियार के साथ बड़े आराम से घूम-घूम कर रुपए लूट और छीनतई की घटना को अंजाम देकर बड़े आराम से शहर से निकल जाते हैं। मानों शहर में पुलिसिंग नाम की कोई चीज हो नही। जिस तरह शहर के हार्ट कहे जाने वाली और सबसे सुरक्षित मानी जानी वाली बीच बाजार के मारवाड़ी धर्मशाला रोड में बदमाशों ने व्यवसायी राजेश केजरीवाल से उसके घर के दरवाजे पर लूट की घटना को अंजाम दिया। उसके बाद से शहर के व्यवसायी बदमाशो के खौफ से खौफजदा है। उन्हें अपनी और अपनी संपत्ति जी चिंता सता रही है।
दलसिंहसराय शहर में आए दिन बाइक सवार बदमाश बैंको से रुपए निकासी करने वाले पेंशनधारी बुजुर्ग और समूह की रुपए निकासी करने वाली महिलाओं से रुपए झपट्टा मार और डिक्की तोड़कर हर दिन लाखो रुपए उड़ा रहे है। अधिकांश मामले में मदमाशो की पूरी घटना शहर में लगी सीसीटीवी में कैद हो रही है। बाबजूद एक भी घटना में एक भी बदमाश की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है ।
दलसिंहसराय शहर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दलसिंहसराय में दो-दो डीएसपी तैनात है। एक डीएसपी फिटनेस और युवाओं को संस्कार की पाठ पढ़ा रहे है तो दूसरे डीएसपी जिनपर दलसिंहसराय के शहर की सुरक्षा की जिम्मेदारी को लेकर एसपी विनय तिवारी ने दो माह पूर्व तत्कालीन थानाध्यक्ष सुनील कुमार को हटाकर प्रशिक्षु डीएसपी को राघवेंद्र मणि त्रिपाठी को थाना की कमान यह सोच कर सौंपी थी की अपराध पर अंकुश लगेगा।
ये सिर्फ कागजों पर प्रशिक्षण ले कर प्रशिक्षण की खानापूर्ति करने में जुटे है। इतना ही नही दलसिंहसराय थाना में दो ऐसे सब इंस्पेक्टर भी तैनात है जिनके पास एक नहीं दर्जनों थाना में थानाध्यक्ष रहने का अनुभव है। इतना ही शहर की सुरक्षा को लेकर दो-दो हॉक्स टीम भी तैनात है जो शहर में घूम-घूम कर बदमाशो पर नजर बनाए रखने की जिम्मेदारी एसपी ने दे रखी है। इतना सब होने बाद भी दलसिंहसराय के व्यवसायी अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे है।
शहर की सुरक्षा व्यवस्था पुलिस की जिम्मेवारी है। हमेश शहर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हम सभी ने पुलिस का सहयोग किया है। शहर में सीसीटीवी तक जन आयोग से लगाया गया है। बाबजूद अपराध पर अंकुश लगाने में पुलिस विफल है ।
– चंदन प्रसाद , स्वर्ण व्यवसायी
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शहर की सुरक्षा से स्थानीय पुलिस को कोई लेना देना नही है। थाना में ही अधिकारी के बीच होती रहती है गुटबाजी । तो हम व्यवसायी वर्ग की सुरक्षा कैसे संभव है।
– सुनील केजरीवाल , ऑटोमोबाइल व्यवसायी
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हर बार बड़ी अपराधिक घटना के बाद पुलिस एक्टिव दिखती है। घटना वाली स्थल से लेकर उस क्षेत्र में पुलिस की गहमागहमी बढ़ जाती है। लेकिन समय बीतने के बाद सब भूल जाती है पुलिस। बीच बाजार में पैदल गस्ति होनी चाहिए।
– संदीप बंका, हार्डवेयर व्यवसायी
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पूरे शहर में अपराध चरम पर है । अपराधी को जेल भेजकर ही अपराध को कम किया जा सकता है । शहर में वाहन जांच में सिर्फ हेलमेट और कागजात की जांच होती है। बदमाशो के पास रखी हथियारों की नही। बाइक की कागजात से ज्यादा जरूरी हथियार जांच करना ।
– राजेश कुमार , कपड़ा व्यवसायी
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