डीजल अनुदान के लिए समस्तीपुर जिले में 15 दिनों के भीतर 19 हजार 858 किसानों ने किया आवेदन
व्हाट्सएप पर हमसे जुड़े
समस्तीपुर :- सरकारी स्तर पर डीजल अनुदान का लाभ पाने के लिए जिले के किसान ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं। डीजल अनुदान की राशि किसान के आधार नंबर से जुड़े बैंक खाते में ही जाएगी। लेकिन, ऑनलाइन आवेदन करने के दौरान बार-बार सर्वर स्लो रहने और ओपेन नहीं होने से किसानों को परेशानी हो रही है। यही कारण है कि ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू होने के 15 दिनों में जिले के महज 19 हजार 558 किसान ही आवेदन कर सके हैं।
आवेदनों की ऑनलाइन जांच करने के दौरान कृषि समन्वयकों व अन्य पदाधिाकरियों को भी बार-बार सर्वर स्लो रहने और ओपेन नहीं होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिससे यह काम काफी धीमी गति से चल रहा है। इसी कारण से डीएओ के स्तर से अब तक 2226 आवेदन को जांच के बाद स्वीकृति दी गई है। वही 1594 लाभुक किसान के खाते में राशि उपलब्ध कराई जा सकी है।
किस फसल के लिए कितना मिलना है अनुदान :
डीजल पंपसेट से सिंचाई के लिए 75 रुपए प्रति लीटर अनुदान दिया जाएगा। एक एकड़ के लिए 10 लीटर डीजल की जरूरत के हिसाब से खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए क्रय किए गए डीजल पर प्रति एकड़ प्रति सिंचाई 750 रुपए की दर से अनुदान मिलेगा। जिसमें खड़ी फसल धान व मक्का, दलहनी, मौसमी सब्जी, औषधीय व सुगंधित पौधों की अधिकतम सिंचाई के लिए 2250 रुपए प्रति एकड़ अनुदान मिलेगा। प्रति किसान अधिकतम 08 एकड़ के लिए डीजल अनुदान मिलेगा।
ऑनलाइन के लिए कैफे पहुंच रहे किसान :
डीजल अनुदान लेने के लिए किसान भटक रहे हैं। कैफे संचालकों का कहना है कि डीजल अनुदान के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए किसान तो पहुंच रहे हैं। लेकिन, आईडी, लगान रसीद व पेट्रोल पंप से खरीदे गए डीजल की रसीद आदि कागजात एक साथ नहीं लाने की वजह से अधिकतर लौट जा रहे हैं।
कागजात बनाने में भी हो रही परेशानी :
डीजल अनुदान का लाभ पाने के लिए भी किसानों को कई कागजात तैयार करने पड़ रहे हैं। जिससे उनको परेशानी हो रही है। जिसमें भूमि दस्तावेज व स्वामित्व प्रमाण पत्र आदि का इंतजाम करने के लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ रहा है। अधिकृत पेट्रोल पंप से डीजल क्रय के बाद पावती रसीद लेनी पड़ रही है। इसके अलावा कृषि विभाग से निबंधन भी कराना पड़ रहा है। इस कार्य में कम पढ़े लिखे किसानों को परेशानी हो रही है।
बाइट :
डीजल अनुदान के लिए 15 दिनों में 19 हजार 858 आवेदन आये है। इनकी जांच की जा रही है। 1594 किसानों के खाते में राशि भेज भही दी गई है।
दिनकर प्रसाद सिंह, डीएओ